-जानसेनगंज, अलोपीबाग, रामबाग व कटरा एरिया में अब भी 250 के पार है पीएम-10

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PRAYAGRAJ: शहर में पर्यावरण की हालत पिछले एक साल में बिल्कुल नहीं बदली है. यह हम नहीं, बल्कि यूपी पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की वेबसाइट के आंकड़े कह रहे हैं. इसके मुताबिक प्रयागराज की हवा में आज भी पीएम-10 और पीएम-2.5 की मात्रा उतनी ही है, जितनी साल भर पहले थी. अप्रैल में शहर के कॉमर्शियल और आवासीय एरिया में सर्वे के बाद एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जारी किया गया है.

इतना हो तो सही है

पीएम 2.5- 60

पीएम-10 100

इन जगहों पर ऐसा है हाल

स्थान

लक्ष्मी टॉकिज क्रॉसिंग

माह पीएम-10 एसओटू एनओटू एक्यूआई

अप्रैल 2019 229.0 4.7 42.80 186

अप्रैल 2018 229.0 4.7 42.80 186

भारत यंत्र निगम

माह पीएम-10 एसओटू एनओटू एक्यूआई

अप्रैल 2019 185.0 3.6 30.90 157

अप्रैल 2018 185.0 3.6 30.90 157

सीवेज पम्पिंग स्टेशन अलोपीबाग

माह पीएम-10 एसओटू एनओटू एक्यूआई

अप्रैल 2019 274.57 5.0 58.89 225

अप्रैल 2018 274.57 5.0 58.89 225

कोअॅापरेटिव बैंक जानसेनगंज

माह पीएम-10 एसओटू एनओटू एक्यूआई

अप्रैल 2019 268.90 5.46 62.7 219

अप्रैल 2018 268.90 5.46 62.73 219

पराग डेयरी रामबाग

माह पीएम-10 एसओटू एनओटू एक्यूआई

अप्रैल 2019 229.32 3.91 47.71 186

अप्रैल 2018 229.32 3.91 47.71 186

इलाहाबाद जंक्शन पर ऐसा है हाल

टेम्परेचर: 42 डिग्री मैक्सिमम

ह्यूमिडिटी: 36 प्रतिशत

पीएम: 10- 59

पीएम: 2.5 - 38

कार्बन ऑक्साइड: 0.6

एक्यूआई: 63

पीएम-2.5 और पीएम-10 के खतरे

-पीएम-2.5 और पीएम-10 कण इतने छोटे हैं कि नग्न आंखों से इन्हें नहीं देखा जा सकता.

-यह कण सांस के जरिए फेफड़ों में चले जाते हैं.

-इससे खांसी और अस्थमा के दौरे पड़ सकते हैं.

-हाई बीपी, दिल का दौरा, स्ट्रोक समेत गंभीर बीमारियों का खतरा.

वर्जन

हरे पेड़ों को काटे जाने, गाडि़यों की संख्या बढ़ने व अन्य कारणों से प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है. इस पर अंकुश लगाने के लिए सभी को आगे आना होगा. पौधे लगाने के साथ ही जागरुक नागरिक बनना होगा.

-अभिलाषा गुप्ता

मेयर, नगर निगम

पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधे लगाने के साथ ही वर्षा जल संचयन पर भी ध्यान देना होगा. अपने मकानों में लोगों को रेन वाटर हार्वेस्टिंग का इंतजाम करना चाहिए. नहीं तो पर्यावरण को खतरा बना रहेगा.

-कमलेश सिंह

समाजसेवी एवं पार्षद

Posted By: Vijay Pandey