कुंभ मेला में सजीव प्रसारण के लिए आकाशवाणी प्रयागराज ने बनाई पुख्ता योजना, विशेष चैनल पर होगा प्रसारण

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PRAYAGRAJ: यह आकाशवाणी का कुंभवाणी चैनल है। हम आपको बताते हैं कि कुंभ एरिया की कहानी अपनी आंखों देखी। यह घोषणा कोई और नहीं आकाशवाणी के उद्घोषकों द्वारा की जाएगी। जब आप अपना रेडियो या मोबाइल 103.1 मेगा ह‌र्ट्ज पर ट्यून करेंगे तो संगम की रेती पर लगने जा रहे कुंभ के अद्भुत नजारे का प्रसारण सुनाई देगा। इसके लिए आकाशवाणी प्रयागराज की ओर से पुख्ता योजना तैयार की गई है। इसका प्रसारण लगातार आकाशवाणी के विशेष चैनल कुंभवाणी पर होता रहेगा।

सेक्टर चार में स्थापित होगा स्टूडियो

कुंभ मेला के विविध कार्यक्रमों के सहज प्रसारण के लिए आकाशवाणी की ओर से सेक्टर चार में अस्थाई स्टूडियो स्थापित किया जाएगा। इस स्टूडियो के जरिए कुंभ मेला के सभी स्नान पर्वो, बड़े-बड़े पंडालों में होने वाले धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजन, यज्ञ-अनुष्ठान और संगम नोज पर होने वाली आरती व पूजन-अर्चन का प्रसारण किया जाएगा।

तीस किमी तक रहेगा दायरा

आकाशवाणी द्वारा सजीव प्रसारण के लिए एक किलोवॉट क्षमता का ट्रांसमीटर स्थापित किया जाएगा। इसका प्रसारण 103.1 मेगा ह‌र्ट्ज पर पांच जनवरी से 12 मार्च तक किया जाएगा। इसे तीस किमी के दायरे में आसानी से सुना जा सकता है। आकाशवाणी के उप निदेशक यांत्रिकी बीआर जायसवाल की मानें तो कुंभ वाणी का प्रसारण एफएम चैनल पर भी किया जाएगा।

कुंभ के मुख्य आयोजन

कुंभवाणी विशेष चैनल पर पांच जनवरी से लेकर बारह मार्च तक कुल 45 एपिसोड का प्रसारण किया जाएगा। चैनल के मुख्य कार्यक्रम में सुबह 10.05 बजे धरोहर हमारे प्रयाग की, पूर्वान्ह 11.30 बजे विविधता में एकता, दोपहर 12.10 पर खोए हुए व्यक्तियों के बारे में जानकारी, दोपहर 2.30 बजे कुंभ चर्चा, शाम 6.15 बजे अमृत वर्षा, शाम 7.30 बजे संगम तट से, रात 9.15 बजे कुंभ नगरी से और रात दस बजे कुंभ नगरी के विषय पर कार्यक्रम प्रसारित किया जाएगा।

यूनेस्को से कुंभ मेला को सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किए जाने से उसकी भव्यता को लेकर योजना बनाई गई है। मेला एरिया में रहने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं तक इसकी भव्यता पहुंचाने के लिए कुंभ वाणी विशेष चैनल के जरिए लगातर कार्यक्रमों का प्रसारण किया जाएगा।

मंजुल किशोर वर्मा, सहायक निदेशक, कार्यक्रम प्रमुख

Posted By: Inextlive