Entertainment के लिए अक्षय ने की चैरिटी
फिल्म 'इट्स इंटेरमेंट' में एक डॉग का इंर्पोटेंट रोल है और इसीलिए इस फिल्म को प्रमोट करने के लिए फिल्म के हीरो अक्षय कुमार और हिरोइन तमन्ना भाटिया ने फिल्म में यूज किए हुए सारे ड्रेसेज यूथ ऑर्गेनाइजेशन डिफेंस ऑफ एनीमल्स (YODA) को डोनेट कर दिए हैं. यह ऑग्रेनाइजेशन होमलेस एनिमल्स के वेलफेयर के लिए काम करती है और अक्षय ने यहां कुछ चीजें भी परचेज कीं.
इस मौके पर अक्षय ने कहा कि हम सब हर ओर बहुत सारे स्ट्रीट डॉग्स देखते हैं और यह ऑग्रनाइजेशन उनकी हेल्प के लिए है जो ऐसे डॉग्स की केयर करती है. लोग पिल्लों को कुछ टाइम अपने पास रखने के बाद छोड़ देते हैं. YODA एक ऐसी जगह है, जहां उन्हें शेल्टर दिया जाएगा. फिल्म में अक्षय की को एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया ड्रेसेज के ऑक्शन से काफी इंप्रेस हुईं और उन्होंने डिसाइड किया कि फ्यूचर में भी वो अपनी फिल्मों की ड्रेसेज ऑक्शन किया करेंगी.
चैरिटी तो ठीक है पर ऐसे डायलॉग क्यूं यूज किए गए हैं
फिल्मों को प्रमोट करने के लिए चैरिटी तो ठीक है लेकिन क्या जरूरी हे कि फिल्मो को चालू डॉयलॉग्स से सक्सेज दिलाई जाए. फिल्म 'इट्स एंटरटेनमेंट' के कुछ डायलॉग्स को सुन कर तो ऐसा ही लगता है. फिल्मे में कुछ डायलॉग हैं "जैसे जैसी करनी वैसी ममता कुलकर्णी", "पैसे दिये हैं तो बसंती कुत्तों के सामने क्यों नहीं नाचेगी", "भागा तो कुत्ता भागी तो कुतिया...". अब आप ही बताइए इनको सुन कर क्या अच्छा फील आता है जबकि फिल्म के ट्रेलर को देख कर लगता है कि ये अच्छी खासी एंटरटेनिंग कॉमेडी फिल्म बनी है और सभी ने अपना रोल ऑनेस्टली प्ले किया है फिर इस तरह की हल्की चीजें क्यूं यूज करनी.