एक सदी बाद पूरे मुल्क में उर्स मनाने का ऐलान
BAREILLY
बरेली आला हजरत के 99वें उर्से में ऑल इंडिया तंजीम उलमा-ए इस्लाम दिल्ली और जमाअत रजा-ए मुस्तफा व राजा एकेडमी के ओहदेदारान ने टूयजडे को ऐलान किया है। इस दौरान उन्होंने ने बताया कि आला हजरत रजा फाजिले बरेलवी को 99 साल इंतकाल हुए हो गए है। अब अगला साल 100 वां है। एक सदी पूरी होने के बाद पूरे हिन्दुस्तान में उर्स-ए-आला हजरत मनाया जाएगा। चादर जुलूस निकला आला हजरत के उर्स पर शहर में टयूजडे को 99 मीटर की चादर का जुलूस निकाला गया। जुलूस दरगाह शरीफ से होते हुए बिहारीपुर सिटी, चौपला, नॉवल्टी चौराहा, पुराना बस अड्डा होते हुए वापस दरगाह शरीफ पर ख्ात्म हुआ। शख्सियत कायम हैकौमी सदर मौलाना मुफ्ती अशफाक कादरी ने कहा कि इमाम अहमद रजा फाजिले बरेलवी की शख्सियत बैनलअकवामी है। तकरीबन एक हजार किताबें लिखने वाली शख्सियत आज भी इल्मी दुनिया में मजलूम है। जिन लोगों ने चंद किताबें लिखी उनको हुकूमत ने बतौर यादगार इदारा कायम किए।
तकरीबात का ऐलान तंजीम के कौमी जनरल सेक्रेट्री मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने उर्स-ए-रजवी के मंच से उर्स के तकरीबात मनाने का ऐलान किया है। बताया कि लखनऊ, पटना रांची, कलकत्ता, मुम्बई, बंगलौर, देहरादून आदि राजधानियों ने इजलास मुंअकिद होगें। गरीबों को बांटे कम्बलऑल इंडिया रजा एक्शन कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अदनान रजा कादरी ने प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी गरीबों को कम्बल बांटे। आरएसी सेंथल, लभेड़ा, पिपला, खजुआ जागीर से चादरों का जुलुस दरगाह पर पहुंचा। इस मौके पर अब्दुल्लाह रजा कादरी, मौलाना सैफुर्ररजा, मौलाना सलीम रजा और अब्दुल हलीम खां आदि मौजूद रहे।