ये आफत या सिर्फ एक शरारत?
-सारनाथ और पंजाब मेल को उड़ाने की धमकी ने रेलवे की उड़ायी नींद
-दो दिन में दूसरी बार मिली सूचना, रेलवे इंटेलिजेंस अलर्ट VARANASI: टेररिस्ट्स की हिट लिस्ट में रहने वाले नरेन्द्र मोदी के बनारस से चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद से हाई सेंसेटिव जोन बन चुके बनारस के लिए आये दिन अलर्ट जारी हो रहे हैं। स्पेशली ट्रेंस में आतंकियों के होने की सूचना से हड़कंप मचा हुआ है। दो दिनों के अंदर इस तरह की दूसरी सूचना मिलने से ऐनर्की क्रियेट हो गई है। इसके बाद सारनाथ एक्सप्रेस और पंजाब मेल की चेकिंग की गयी। शुक्र था कि कुछ मिला नहीं। अब सवाल ये है कि इस तरह की सूचना एथेंटिक हैं या किसी की शरारत। लेकिन इस तरह की सूचनाओं से जबरदस्त अफरा-तफरी मची हुई है। ऐसे में क्या करें आप? जानिए अंदर के पेज पर। सूचनाओं से उड़ी नींदटेररिस्ट के निशाने पर ट्रेन के होने की सूचना ने बुधवार को रेलवे की नींद उड़ा दी है। देखते ही देखते कैंट स्टेशन के चप्पे-चप्पे पर जवान तैनात कर दिए गए। अफरा-तफरी के बीच स्टेशन पहुंची सारनाथ एक्सप्रेस व पंजाब मेल की चेकिंग की गयी। अच्छे तरीके से खंगालने के बाद इस ट्रेन को आगे रवाना किया गया। यह एक हफ्ते में दूसरी घटना है। इसके पहले भी किसी ने सारनाथ एक्सप्रेस में टेररिस्ट के सवार होने की सूचना दी थी। इसके बाद इलाहाबाद से वाराणसी कैंट तक अलर्ट घोषित कर दिया गया। यही नहीं इस बीच के सभी स्टेशंस पर सारनाथ एक्सप्रेस को रोककर चेकिंग की गयी। इसी कड़ी में एक बार फिर मंगलवार को फोन और ई-मेल भेजकर सारनाथ व पंजाब मेल को उड़ाने की धमकी दे दी गयी। इसके बाद रेलवे ऑफिसर्स के होश उड़ गए। आनन-फानन में जीआरपी, आरपीएफ व डॉग स्क्वायड ने ट्रेंस व स्टेशन की चेकिंग की।
कुछ तो गड़बड़ हैइंडियन मुजाहिदीन के खूंखार आतंकियों के पकड़े जाने के बाद से इस तरह की सूचना रेलवे को मिल रही है। आखिर कुछ तो गड़बड़ है। बहरहाल रेल ऑफिसर्स इस पर चुप्पी साधे हुए हैं। वो कुछ बोलने को तैयार नहीं है। फिर भी लगातार मिल रही सूचना ने इनको परेशान कर दिया है। शरारत है या सच्चाई यह भी इनको समझ में नहीं आ रहा है। उधर इंटेलिजेंस की रिपोर्ट को माने तों इलेक्शन के दौरान टेररिस्ट व नक्सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। पूर्वाचल में साम्प्रदायिक दंगे भी हो सकते हैं। यह आशंका लगभग सभी पॉलिटिकल लीडर भी जता चुके हैं। जानकार भी इसमें दम बताते हैं।
मौके को इनकैश कराने की कोशिश समय-समय पर अपनी मौजूदगी का मैसेज देने वाले दहशतगर्द मौके को कैश कर लेना चाह रहे हैं। उन्हें इस बात का भरोसा है कि इस समय घटने वाली घटना इंटरनेशनल सुर्खियां बनेंगी। यही वजह है कि वह मौके की तलाश में जुट गए हैं। इसमें बनारस टॉप पर है। बनारस में मोदी के साथ ही अन्य दिग्गज लीडर्स को टारगेट कर वारदात करने से काम आसान हो जाएगा। बहरहाल पुलिस के हत्थे चढ़े आतंकी तहसीन उर्फ मोनू, जिया उर रहमान उर्फ वकास, मोहम्मद महरूफ, मोहम्मद वकार अजहर उर्फ हनीफ और शाकिब अंसारी ने खुलासा किया कि इसके लिए फील्डिंग लगा दी गयी थी। पूरे डिस्ट्रिक्ट की रेकी भी की गयी थी। उनके अभी कई साथी बनारस और इसको जोड़ने वाले आसपास के शहर में मौजूद हैं। जो भीड़भाड़ वाली जगहों के साथ ही रेलवे एरिया को भी निशाना बना सकते हैं। इटेलिजेंस को यह मालूम है कि खतरा अभी टला नहीं है। इनका भी ट्रेन से आना जानाटेररिस्ट ही नहीं नक्सली भी मौका ताड़ रहे हैं। इटेलिजेंस के पास इसकी पक्की सूचना है। रेलवे इंटेलिजेंस के ऑफिसर्स के मुताबिक यह गलत भी नहीं लगती है। कारण कि नक्सलियों के ज्यादातर घटनाओं में रेलवे ही टारगेट पर रहा है। ऐसे में इलेक्शन के मौके पर ये भी किसी घटना को अंजाम दे सकते हैं। बनारस से सटे नक्सल प्रभावित इलाके में टेररिस्ट की घुसपैठ से इस मैसेज को बल मिल रहा है। शायद यही वजह रहा कि एक महीने पहले ही नक्सल प्रभावित एरिया में अलर्ट जारी कर दिया गया है। कहीं न कहीं ये भी मौके की तलाश में है। इसने भी रेलवे इंटेलिजेंस की नींद उड़ा रखी है।
चप्पे चप्पे की रेकी -पुलिस के हत्थे चढ़ा आतंकी तहसीन उर्फ मोनू सहित वकास ने आईएम चीफ यासीन भटकल की इशारे पर बनारस के चप्पे-चप्पे की रेकी की है। -सात दिसम्बर ख्0क्0 को शीतला घाट में इसका हाथ रहा। -इलेक्शन के दौरान कैसे ब्लास्ट किया जाए इसका पूरा प्लैन तैयार किया है। -ब्लास्ट के लिए स्लीपिंग माड्यूल भी बनारस सहित आसपास तैयार कर लिया है। -बोध गया में ब्लास्ट के साथ बनारस में भी ब्लास्ट की तैयारी थी। पूरा एलर्टनेस -टेररिस्ट व नक्सलियों के मंसूबों की जानकारी रेलवे इंटेलिजेंस के पास है।-डिपार्टमेंट ने तेज तर्रार ऑफिसर्स को ट्रेंस और स्टेशंस की जिम्मेदारी सौंपी गयी है।
-संवेदनशील स्टेशंस व ट्रेंस पर उनकी नजर है। -ट्रेंस में जर्नी करने वालों पर नजर रखी जा रही है। -स्टेशन कैंपस में घूमने वाले संदिग्धों पर ध्यान दिया जा रहा है। -देश के दूसरे हिस्सों से बनारस सहित अन्य स्टेशंस पर आने वालों पर भी निगाह है। -किसी गड़बड़ी को रोकने के लिए आरपीएफ, जीआरपी के साथ ही पुलिस, पीएसी, आरएएफ व क्यूआरटी को संपर्क में रखा गया है। -बाहर से फोर्स मंगायी जा चुकी है। -नक्सल प्रभावित एरिया से गुजरने वाली ट्रेंस पर खास नजर रखी जा रही है। ताकि रहें सेफ -जानमाल को सेफ रखने के लिए पुलिस की हेल्प करें। -ट्रेन व स्टेशन पर किसी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु का पता चलने पर तत्काल जीआरपी को सूचना दें। -जर्नी के दौरान आसपास नजर रखें, किसी अवांछनीय गतिविधि को नजरअंदाज न करें। -जीआरपी व आरपीएफ कंट्रोल रूम का नम्बर अपने पास रखें। -कोई घटना होने पर पर धैर्य बनाए रखें। -अपने को सेफ रखते हुए दूसरों की हेल्प करें। न फैलाएं अफवाह -ट्रेन या स्टेशन पर पड़ी किसी लावारिस वस्तु को न छुएं। -किसी अनजान व्यक्ति को अपने सीट पर न बैठने दें। -किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें । -अफवाह फैलाने से दूर रहें। -सोशल मीडिया के आपत्तिनजक पोस्ट पर ध्यान देने से बचें। -आवश्यकता न हो तो स्टेशन पर लगने वाली भीड़ पर जाने से बचें।