भारत में पूर्वोत्तर मानसून यानी शीत मानसून प्रवेश कर चुका है। इसके असर से देश के नाॅर्थ र्इस्ट हिस्से में कोहरा छाया रहेगा वहीं दक्षिण में कुछ स्थानों पर आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश हो सकती है। इधर वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के असर से राजस्थान में तेज हवाएं चलने का अंदेशा है।


कानपुर। मंगलवार को प्रायद्वीपीय भारत के केरल, तमिलनाडु और पुद्दुचेरि में आंधी-तूफान के साथ बादल के गरजने की आशंका है। इस दौरान कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है। भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी जारी कर राहत एवं बचाव के लिए संबंधित एजेंसियों को तैयार रहने को कहा है। मछुआरों को समुद्र मेें न उतरने की हिदायत दी गई है। शीत मानसून के कारण सोमवार को इस इलाके में कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई। उत्तरी अंडमान समुद्र की ओर से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चली, जिससे बंगाल की खाड़ी से सटे यहां अासपास मौसम खराब हो गया।दक्षिण म्यांमार में बना चक्रवात, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस से राजस्थान प्रभावित
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, मर्तबान की खाड़ी में लाे प्रेशर के कारण दक्षिण म्यांमार और आसपास के इलाकों में चक्रवात बन गया, जो दक्षिण पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। इससे दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के केरल, तमिलनाडु, पुद्दुचेरि और श्रीलंका का मौसम प्रभावित हो गया। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, यहां तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई। इधर उत्तर पूर्वी अफगानिस्तान में पश्चिमी विक्षोभ यानी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण चक्रवात का निर्माण हो गया। इससे राजस्थान और इसके पड़ोस में लगे पाकिस्तान के हिस्सों में तेज आंधी से जनजीवन अस्तव्यस्त रहा।हल्के कोहरे की चादर में ढका रहेगा भारत का पूर्वोत्तर हिस्सा मौसम विभाग के पूर्वानुमानों के मुताबिक, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर और त्रिपुरा में अगले तीन दिनों तक हल्का कोहरा रहने का अनुमान है। मौसम पूर्वानुमानों के अनुसार ऐसी कोई असाधारण परिस्थितियां बनती नहीं दिख रही जिससे अगले 23 दिनों के ज्यादातर इलाकों के तापमान में कोई बड़ा बदलाव हो। तमिलनाडु और केरल के कुछ हिस्सों और पूर्वोत्तर भारत के दक्षिणी भाग को छोड़ दिया जाए तो देश के ज्यादातर हिस्सों में मौसम खुश्क रहेगा। पूर्वोत्तर और दक्षिण प्रायद्वीपीय के कुछ हिस्सों में बारिश की स्थितियां बन रही हैं।

Posted By: Satyendra Kumar Singh