राजमहल का डेस्टिनेशन इलाहाबाद नहीं
-40 सैलानियों को लेकर पटना से वाराणसी के लिए हुआ रवाना
-बीच में कई धार्मिक स्थलों से होते हुए पहुंचेगा वाराणसी -धार्मिक स्थलों की लिस्ट में इलाहाबाद को नहीं किया गया शामिल -धार्मिक नगरी को जलमार्ग से जोड़ने की हुई थी बात -नमामि गंगा प्रोजेक्ट से आज भी अछूता है इलाहाबाद ब्0 सैलानियों को लेकर पटना से वाराणसी के लिए हुआ रवाना -बीच में कई धार्मिक स्थलों से होते हुए पहुंचेगा वाराणसी -धार्मिक स्थलों की लिस्ट में इलाहाबाद को नहीं किया गया शामिल -धार्मिक नगरी को जलमार्ग से जोड़ने की हुई थी बात -नमामि गंगा प्रोजेक्ट से आज भी अछूता है इलाहाबाद balaji.kesharwani@inext.co.in ALLAHABAD: balaji.kesharwani@inext.co.inALLAHABAD: देश भर के धार्मिक और सांस्कृतिक शहरों की लिस्ट में इलाहाबाद का प्रभाव कम नहीं है। यही वह स्थान है, जिससे लाखों-करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। कुंभ के दौरान ये आस्था दिखती भी है। लेकिन ये क्या देश की संस्कृति और सभ्यता से विदेशी पर्यटकों को अवगत कराने के लिए नेशनल वाटरवे के थ्रू निकले राजमहल क्रूज के डेस्टिनेशन में एक बार फिर इलाहाबाद को शामिल नहीं किया गया। राजमहल की पहली ट्रिप वाराणसी तक सीमित थी, जबकि राजमहल की दूसरी ट्रिप भी केवल वाराणसी तक ही सीमित रहेगी। सेकेंड ट्रिप में भी इलाहाबाद को शामिल नहीं किया गया है। सोर्सेज की मानें तो अक्टूबर तक राजमहल जितने भी ट्रिप लगाएगा। उसमें इलाहाबाद को शामिल नहीं किया गया है।
शनिवार को सेकेंड ट्रिप पर निकला राजमहल क्रूज फारेनर ट्यूरिस्टों को भारतीय संस्कृति, सभ्यता से परिचित कराने के बाद फ्क् अगस्त को राजमहल क्रूज वाराणसी से पटना चला गया। सेकेंड ट्रिप में छह सितंबर यानी शनिवार को राजमहल को रवाना होना था। शनिवार को दोपहर करीब तीन बजे पटना टर्मिनल से राजमहल को वाराणसी के लिए रवाना किया गया। ब्0 जापानी ट्यूरिस्टों को लेकर राजमहल क्रूज मनेर, बक्सर, जमानिया, गाजीपुर होते हुए क्क् सितंबर को वाराणसी पहुंचेगा। यहां से सैलानी चुनार भी पहुंचेंगे। अक्टूबर तक लगेगा राजमहल का ट्रिप इनलैंड वाटर वे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय कार्यालय के सोर्सेज की मानें तो राजमहल क्रूज नेशनल वाटरवे-क् पर हल्दिया से वाराणसी और पटना से वाराणसी के बीच कई चक्कर लगाएगा। अक्टूबर तक राजमहल का अप डाउन जारी रहेगा। क्रूज एक बार में ब्0 ट्यूरिस्टों को लेकर आएगा। राजमहल का टार्गेट केवल वाराणसीट्यूरिस्ट प्लेस के साथ ही धार्मिक नगरियों को जोड़ने के लिए निकले राजमहल का टार्गेट वाराणसी है। ब्0 ट्यूरिस्टों की क्षमता वाले राजमहल क्रूज में छुट्टियों को रोमांचक और मनोरंजक बनाने के सभी साधन मौजूद हैं। सोर्सेज की मानें तो डबल बेड वातानुकूलित कमरों में वाराणसी के घाटों की पेंटिंग्स लगी हुई है। बड़ी-बड़ी खिड़कियों से घाट व नदी की लहरों का नजारा लिया जा सकता है। अंदर बने रेस्टोरेंट व लाउंज ट्यूरिस्टों के सफर को शानदार बनाने का काम करेंगे। इसके अलावा वेस्टर्न बाथरूम व स्टडी रूम भी क्रूज में हैं। राजमहल में एक शॉप भी है। क्रूज के रेस्टोरेंट का मीनू पूरी तरह से देशी है। यहां पनीर की सब्जी, डोसा, उत्तपम, पराठा, कचौड़ी परोसे जाएंगे। नॉन वेज से भी देशी मसालों की खुशबू मिलेगी।