मुंबई गए थे एक्टर बनने, बन गए कास्टिंग डायरेक्टर

कई फिल्मों की कास्टिंग से मिली सुर्खियां

इलाहाबाद पहुंचे अजीत ने आई नेक्स्ट' से की बातचीत

ALLAHABAD: वैसे तो हजारों लोग एक्टर बनने का सपना लेकर मुंबई पहुंचते हैं, लेकिन सबके सितारे बुलंद नहीं होते। कुछ माया नगरी को छोड़ घर की तरफ लौट आते हैं तो कुछ एक्टर बनने का सपना छोड़कर दूसरे काम में लग जाते हैं। इलाहाबाद के अजीत विश्वकर्मा के साथ ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने न सिर्फ अपने सपने को पूरा किया, बल्कि फिल्मी दुनिया में अपनी काबलियत का लोहा भी मनवा लिया। मुहल्ला अस्सी का व मिस टनकपुर हाजिर हों जैसी फिल्मों की कास्टिंग से सुर्खियों में आए अजीत ने मंगलवार को शहर में आईनेक्स्ट रिपोर्टर से अपने अनुभव साझा किए।

हीरो बनने के चक्कर में छोड़ दी पढ़ाई

यमुनापार के कर्मा बाजार के रहने वाले अजीत विश्वकर्मा ने कानपुर यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने के बाद बीटेक की पढ़ाई शुरू की। दो साल तक पढ़ाई की, लेकिन इसके बाद हीरो बनने की धुन सवार हो गई। 2008 में अजीत बीटेक फाइनल एग्जाम छोड़कर मुम्बई चले गए। घर वालों की इच्छा के विपरीत कदम उठाते हुए अजीत मुंबई तो पहुंच गए। लेकिन मायानगरी में कई चुनौतियां सामने आई। छोटे-मोटे सीरियल में एक-दो रोल से शुरुआत की। करीब एक साल तक स्ट्रगल चलता रहा। इस दौरान घर वालों से संपर्क पूरी तरह कटा रहा। लेकिन अजीत ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और संघर्ष जारी रखा।

कास्ट डायरेक्टिंग में रखा कदम

धक्के खाते-खाते रम चुके अजीत ने कास्ट डायरेक्टिंग की दुनिया में कदम रखा। किस्मत ने भी अजीत का साथ दिया और फिर सफलता मिलने लगी। फिल्मों में कलाकारों के सलेक्शन की जिम्मेदारी अजीत को मिलने लगी और फिर ऑफर पर ऑफर आने लगे। आधा दर्जन से अधिक सीरियल में कास्ट डायरेक्टिंग करने के बाद अजीत को फिल्मों का ऑफर मिलने लगा।

इन फिल्मों से मिली सुर्खियां

मिस टनकपुर हाजिर हों

मोहल्ला अस्सी का

जिंदगी 50-50

इलाहाबादियों को करते हैं प्रमोट

आई नेक्स्ट से बातचीत में अजीत ने बताया कि मुंबई में जो भी इलाहाबादी मिलता है, उसका फुल सपोर्ट करता हूं। डायरेक्टर्स को भी इलाहाबाद में शूटिंग के लिए और यहां के उभरते कलाकारों को साइन करने के लिए सजेस्ट करता हूं। जल्द ही एक नई फिल्म की शूटिंग इलाहाबाद में होगी।

Posted By: Inextlive