-उर्सला हॉस्पिटल में अभी भी बाहर से मंगाई जा रही हैं दवाइयां

-वार्ड-3 के कई पेशेंट्स ने लगाए ऑपरेशन के नाम पर रुपए लेने के आरोप

KANPUR(27feb)

डीएम डॉ। रौशन जैकब के उर्सला के इंस्पेक्शन को दो दिन भी पूरे नहीं हुए और डॉक्टर्स फिर कमीशनखोरी करने में लग गए। बाहर से दवा मंगाने के अलावा पेशेंट्स ने एक डॉक्टर पर ऑपरेशन के लिए पैसे मांगने का आरोप भी लगाया है। कमीशन के चक्कर में डॉक्टर वो दवाईयां और इंजेक्शन भी बाहर से मंगा रहे हैं जो हॉस्पिटल में मिलते हैं, वहीं डीएम से शिकायत करने पर इलाज नहीं करने की खबर छपने के बाद थर्सडे को नेहा का इलाज दोबारा शुरू हो गया।

पैसे लाओ तभी ऑपरेशन होगा

उर्सला हॉस्पिटल में सीएमओ आफिस के पास ही बने वार्ड-फ् के बेड नंबर-क्0 में एडमिट पेशेंट आरती ने बताया कि लखनऊ में एक्सीडेंट होने से उसका हाथ टूट गया। मायका रेलबाजार में है, अच्छी देखभाल के लिए वह उर्सला में एडमिट हुई थी। उनका आरोप है कि आर्थोपेडिक सर्जन डॉ। पुष्कर आनंद ने हाथ का ऑपरेशन करने के लिए उनसे क्0 हजार रुपए लिए। इसके अलावा उसने डॉक्टर की लिखी दवाई की पर्ची दिखाई जिसमें दो इंजेक्शन के नाम लिखे थे जिसे उसने बाहर से मंगाया था। यही आरोप बेड नंबर- क्ख् की पेशेंट शिवकुमारी के बेटे उमाशंकर ने भी लगाया। उसका कहना था कि डॉक्टर ने उसकी मां के पैर का ऑपरेशन करने के लिए क्भ् हजार रुपए लिए। डॉक्टर ने उनसे भी बाहर से ही इंजेक्शन खरीदवाए थे।

हॉस्पिटल से नहीं बाहर से खरीदो

जो दो इंजेक्शन डॉक्टर साहब पेशेंट्स के घर वालों से बाहर से मंगा रहे हैं। वह दर्द और जख्म सुखाने के लिए दिए जाते हैं। डायेन्पा और एसिफ क्.भ् नाम के दोनों इंजेक्शन मार्केट में क्ब्0 से क्भ्0 रुपए के आते हैं। दोनों ही इंजेक्शन में जो सॉल्ट होता है उस सॉल्ट के इंजेक्शन उर्सला में भी अवेलबेल हैं, लेकिन फिर भी डॉक्टर कमीशन के चक्कर में इसे बाहर से मंगाते हैं।

डॉ। पुष्कर आनंद से सवाल जवाब-

सवाल-आप पेशेंट्स से बाहर से दवाइयां क्यों मंगवाते हैं?

-जो दवाएं हॉस्पिटल में नहीं मिलती हैं, उन्हें बाहर से ही मंगवाना पड़ता है।

सवाल-डायेन्पा और एफिस क्.भ् इंजेक्शन उर्सला में नहीं मिलते है?

- यह इंजेक्शन हॉस्पिटल में मिलते हैं या नहीं मुझे इसकी जानकारी नहीं है, कई बार उर्सला में दवाइयां खत्म हो जाती हैं।

सवाल-वार्ड-फ् के कई पेशेंट्स ने आप पर ऑपरेशन के नाम पर रुपए लेने के आरोप लगाए हैं, इसमें कितनी सच्चाई है?

- जिन ऑपरेशंस में रुपए लेने की बात आप कर रहे हैं उनके लिए प्लेट्स और पैर में डालने वाली रॉड हॉस्पिटल में नहीं मिलती है, इसलिए इन्हें बाहर से मंगाना पड़ता है।

Posted By: Inextlive