पंजाब के अमरजीत सिंह बने चैम्पियन
- मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दिया तीन लाख रुपए का चेक
- एक घंटा 41 मिनट में तय की 60 किमी की दूरी, 27 प्वाइंट्स के साथ पहुंचे टॉप पर - साइकिल के शौकीनों के लिए आयोजित हुई पांच किमी की ग्रीन रैली LUCKNOW: समय सुबह म्.क्भ् बजे। जगह: बाबू स्टेडिम के सामने की मेन रोड। दूरी: म्0 किमी। साइकलिंग के सभी प्लेयर्स ने अपनी पोजीशन ले ली थी। जैसे ही स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य महाप्रबंधक के। शेखर ने म्.फ्0 बजे फ्लैग ऑफ किया, सभी खिलाडि़यों की साइकिलों ने स्पीड पकड़ ली। कुछ देर में ही भ्म् नंबर की पीले रंग की टीशर्ट पहने पंजाब के अमरजीत सिंह ने शुरुआत से ही लीड ले ली। अंत में अमरजीत विनर चुने गए जबकि मनजीत सिंह और दिलावर। क्रमश: सेकेंड और थर्ड रहे। कम्लीट किए क्ख् राउंडम्0 किमी की इस रेस के लिए बाबू स्टेडियम से साइंस कनवेंशन सेंटर तक ट्रैक बनाया गया था। पांच किमी के इस ट्रैक पर साइकलिस्ट ने म्0 किमी की दूरी तय करने के लिए क्ख् चक्कर लगाए। स्टार्टिग प्वाइंट पर खड़े रेफरी खिलाडि़यों के कम होते हुए चक्कर एनाउंस कर रहे थे। फाइनल राउंड के लिए जब खिलाड़ी निकलते तो भीड़ स्टार्टिग प्वाइंट के निकट पहुंच गई। सबसे आगे चल रहे अमरजीत सिंह ने जैसे ही म्0 किमी रेस कम्पलीट की, तो लोगों ने उन्हें घेर लिया। कोई ऑटोग्रॉफ मांग रहा था तो कोई उनके साथ फोटो खिंचवा रहा था।
सभी रहे मौजूद चैम्पियनशिप खत्म होने पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने टॉप थ्री प्लेयर्स को पुरस्कृत किया। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी, खेल सचिव भुवनेश कुमार, नेशनल साइकलिंग क्लब के अध्यक्ष काली शंकर यादव, यूपी स्पोर्ट्स डायरेक्ट्रेट के डायरेक्टर डा। आरपी सिंह, डिप्टी डायरेक्टर एलआर पटेल, सीएमएस के फाउंडर मैनेजर जगदीश गांधी, साइकलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के सचिव जनरल ओंकार सिंह मौजूद रहे। सुबह से ही था दर्शकों को इंतजार राजधानी में पहली बार आयोजित हुई नेशनल रोड साइकलिंग चैम्पियनशिप को देखने के लिए दर्शकों ने भी सुबह ही अपनी जगह ले ली। खिलाडि़यों का उत्साह बढ़ाने के लिए तैयार किए रोड ट्रैक पर दोनों तरफ शुरू से अंत तक दर्शक जमा रहे। जहां से खिलाड़ी निकलते लोग हाथ हिलाकर उनका स्वागत करते। जहां से भी साइकलिस्ट गुजरते वहां खड़े दर्शक इनकी फोटो खींचने लगते। लोगों ने रेस की वीडियो भी बनाई। रिजल्ट- प्लेस खिलाड़ी प्वाइंट प्राइजमनी (रुपए)क्। अमरजीत सिंह ख्7 फ् लाख
ख्। मनजीत सिंह क्8 क्.म्0 लाख फ् दिलावर सिंह क्म् 80 हजार ब्। सतबीर सिंह क्क् ख्0 हजार भ्। अतुल कुमार क्0 ख्0 हजार म्। रविंद्र करांडे 8 ख्0 हजार 7. आशीष के। 7 ख्0 हजार 8. पंकज 7 क्0 हजार9. राहुल भ् क्0 हजार
क्0. प्रेम रतन बिश्नोई भ् क्0 हजार नेशनल साइकलिंग क्लब ने मुख्यमंत्री के सामने रखे पांच प्रस्ताव क्। प्रदेश के सरकारी विभागों में साइकलिंग के खिलाड़ी को नौकरी देने की व्यवस्था की जाए। ख्। साइकलिंग खेल को बढ़ावा देने के लिए मुलायम सिंह साइकलिंग अकादमी के निर्माण के लिए प्रदेश में कहीं भी जगह दी जाए। फ्। सरकारी कर्मचारी और अधिकारी हफ्ते में दो दिन साइकिल से ऑफिस जाएं। ब्। साइकलिंग के लिए आने वाली साइकिल दो से ढाई लाख रुपए तक आ रही हैं। ऐसे में स्टेट के खिलाडि़यों को साइकिल खरीदने के लिए अनुदान दिया जाए। भ्। साइकलिंग स्पोर्ट्स में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाडि़यों को प्रोत्साहन राशि दिए जाने की व्यवस्था की जाए। सलाम ठोंकते हुए करते थे साइकलिंगसीएम अखिलेश यादव ने कहा कि साइकलिंग के लिए हमने राजधानी में साइकिल के ट्रैक बनवाए। जब हम सत्ता में नहीं थे उस समय हम सैफई से आगरा तक मैराथन साइकिल आयोजित करते थे। हम वहां तक कैसे जाते थे, उसे हम ही जानते हैं। पुलिस वालों को सलाम ठोंक-ठोंककर ही हम अपना सफर तय करते थे। स्पोर्ट्स कॉलेज में साइकलिंग को प्रमोट करने के लिए वेलोड्रम बनवाया जा रहा है। साथ ही, राजधानी में साइकलिंग ट्रैक भी बिछाए गए हैं। पर्यावरण के लिए यह एक अच्छा बदलाव है।
साइकिल स्टंटर्स को कैश प्राइज खिलाडि़यों के पुरस्कार देने के बाद साइकिल स्टंटर्स ने अपने हैरतअंगेज करानामे दिखाए। इनमें शामिल दो खिलाडि़यों को भी चीफ मिनिस्टर ने भ्0-भ्0 हजार रुपए देकर सम्मानित किया। खिलाडि़यों को आई चोट साइकिल रेस में करीब छह खिलाडि़यों को चोट आई। रेस के दौरान बैलेंस बिगड़ने के दौरान ये सभी घायल हुए। हालांकि, रेस के सबसे पीछे चल रही एम्बुलेंस में इन खिलाडि़यों को तुरंत फर्स्ट एड दिया गया। फिर कराई ग्रीन रैली नेशनल रोड साइकलिंग चैम्पियनशिप के बाद पांच किमी की ग्रीन रैली आयोजित की। इस रेस में सभी एज ग्रुप के लोगों ने हिस्सा लिया। इसे रैली को सीएम ने फ्लैग ऑफ किया। इसमें हिस्सा लेने वालों को लकी ड्रॉ के माध्यम से टीशर्ट, कैप और वॉल क्लॉक दी गई। पहली बार यहां होने वाले काम्पटीशन के कारण थोड़ा डर जरूर था। लेकिन, यहां पर लोगों को सपोर्ट मिला और मैंने आसान जीत दर्ज की। - अमरजीत सिंह नागी विनर।