- एंबुलेंस के ड्राइवर ने पास के अस्पताल में पेसेंट को पहुंचाया तो की मारपीट

- ड्राइवर ने जिला अस्पताल में की शिकायत

बरेली

मीरजगंज सीएचसी के 108 एंबुलेंस के ड्राइवर को पेशेंट को फतेहगंज पश्चिमी सीएचसी पर ले जाना महंगा पड़ गया. सीएचसी पर तैनात डॉक्टर और स्टाफ ने एंबुलेंस ड्राइवर को कमरे में बंद करके लाठी-डंडों और बेल्ट से बुरी तरह पीट दिया. किसी तरह डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचे एंबुलेंस ड्राइवर ने यहां के डॉक्टर को पूरा बाकया बताया. डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के डॉक्टर ने बताया कि ड्राइवर की पूरी बॉडी पर 9 चोट आई हैं. उसे लाठी डंडो से मारा गया है.

जहां के हो वहीं पेसेंट ले जाओ

मीरगंज सीएचसी के एंबुलेंस ड्राइवर अमित कुमार ने बताया कि उसे बल्लिया के पास एक 12 साल के जले हुए लड़के का केस मिला. वह लड़के को लेकर पास के फतेहगंज पश्चिमी सीएचसी पर पहुंचा, लेकिन वहां पर डॉक्टर ही नहीं थे. करीब आधा घंटा बाद डॉक्टर पहुंचे तो कहा कि जहां की एंबुलेंस है वहीं पेसेंट ले जाओ या फिर बरेली ले जाओ. इस पर अमित ने पेसेंट को रेफर करने की बात कही. जिसके बाद ड्राइवर अमित ने कहा कि आप यहां से रेफर कर दो. तो ले जाएंगे. इसी को लेकर उसके साथ मारपीट की गई.

कमरे में बंद कर मारा

अमित ने बताया कि करीब आधे घंटे के बाद जब डॉक्टर अस्पताल में पहुंचे तो उन्होने मारपीट शुरू कर दी और उसे पीटते हुए कमरे ले गए. कमरे में बंद करके डॉक्टर, फार्मासिस्ट, वार्ड ब्वॉय, चपरासी सहित पांच लोगों ने बेल्ट और डंडो से उसे बुरी तरह पीटा और कहा कि जहां का केस है वहीं लेकर जाओ, आगे से यहां मत आना.

हाईटेशन लाइन से लगा करंट

जिस मरीज को लेकर अमित पहुंचा था उसके पिता पप्पू ने बताया कि उनका बेटा नितिन गांव के लड़कों के साथ बल्लिया रेलवे स्टेशन के पास पतंग उड़ा रहा था. पतंग रेलवे की हाईटेंशन लाइन में फंस गई और मांझा नीचे लटक गया. जैसे ही नितिन ने मांझा पकड़कर पतंग को निकलाने की कोशिश की तो उसके करंट लग गया और वो झुलस गया.

वर्जन

Posted By: Radhika Lala