PATNA : कुख्यात लुटेरा दिलीप साव इस बार अच्छे तरीके से पुलिस के शिकंजे में पड़ा है। हर बार तो आपराधिक वारदातों को अंजाम देने के बाद दिल्ली फरार हो जाता था। वो तभी पटना वापस आता था जब उसके द्वारा अंजाम दिए गए आपराधिक वारदात को पुलिस के साथ ही लोग भी भूल जाते थे। उस बीच करीब एक से डेढ़ साल का समय बीत जाया करता था। लेकिन इस बार उसका दांव उल्टा पड़ गया। पटना पुलिस उसे लंबे समय के लिए जेल के अंदर रखने की पूरी तैयारी कर चुकी है।

पुलिस ने इस कुख्यात के पास से जो पिस्टल बरामद किया था उस वो खून से सना था। पिस्टल के अधिकांश हिस्सों पर आज भी खून के दाग हैं। जिसे पुलिस अपना एविडेंस बना चुकी है। कुख्यात दिलीप ने पिस्टल की बट से प्राइवेट कंपनी के एजेंट अमित प्रकाश वर्मा के सिर पर वार किया था। जिसमें उसका सिर फट गया था। उसके कपड़े खून से सने थे। मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर डा। मो। शिब्ली नोमानी ने अपराधी के पिस्टल और अमित के खून से सने कपड़े की जांच एफएसएल से कराने का आदेश केस के आईओ को दिया है। पुलिस को उम्मीद है कि जांच रिपोर्ट में साफ हो जाएगी कि पिस्टल और कपड़े पर अमित के ही खून हैं। जिसके बाद अपराधी को सजा दिलाना पुलिस के लिए आसान हो जाएगा।

- क्या है पूरी वारदात?

फ्0 अगस्त को विमको इंडिया प्राइवेट कंपनी के एजेंट अमित प्रकाश वर्मा कलेक्शन के ख्भ् हजार रुपए साइकिल से लेकर जा रहे थे। तभी दोपहर के दो बजे के करीब दिलीप साव ने पिस्टल का डर दिखा अमित को रोका और फायरिंग कर दी। लेकिन किस्मत थी कि गोली अमित को नहीं लगी और वो बच गया। इसके बाद अमित के पास से ख्भ् हजार रुपए कैश लूटने लगा। इसी दौरान उसने पिस्टल की बट से अमित के सिर पर वार कर दिया था। तभी पेट्रोलिंग को निकली दीघा थाने की पुलिस टीम उधर से गुजर रही थी। पुलिस ने पब्लिक की हेल्प से दिलीप को गिरफ्तार कर लिया था।

Posted By: Inextlive