Ranchi: झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन यानी जेएससीए के इलेक्शन की काउंटिंग शुरू होते ही अमिताभ चौधरी के गुट ने बढ़त बना ली और जेएससीए के सभी पदों पर जीत हासिल कर ली. सैटरडे को धुर्वा स्थित झारखंड क्रिकेट स्टेडियम का नजारा बिलकुल ही अलग नजर आ रहा था. सुबह से ही स्टेडियम में काफी भीड़ थी. मौका था झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन के महामुकाबले का. यहां राज्य में क्रिकेट चलानेवालों की किस्मत का फैसला होना था. अध्यक्ष पद के लिए दो आईपीएस ऑफिसर अमिताभ चौधरी ओर प्रवीण कुमार सिंह भी सुबह से ही अपने आपने समर्थकों के साथ स्टेडियम के बाहर जुट गए थे.

आधे घंटे लेट से शुरू हुई वोटिंग
धुर्वा स्थित स्टेडियम में सुबह के निर्धारित समय से आधे घंटे लेट साढ़े नौ बजे से वोटिंग शुरू हुई। सुबह से ही दोनों प्रत्याशियों के समर्थकों ने पहुंच कर अपने प्रत्याशी को वोट देना शुरू कर दिये। वोटिंग के लिए सुबह के साढ़े आठ बजे से ही मेम्बर का रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया था। रजिस्ट्रेशन के लिए चार रजिस्ट्रेशन काउंटर बनाए गए थे, जहां सभी सदस्यों ने लाइन में लगकर अपना रजिस्ट्रेशन कराया और वोट दिया।

पसीना से तरबतर थे अमिताभ
जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम के बाहर आज कई रंग देखने को मिला। वर्तमान प्रेसिडेंट अमिताभ चौधरी काफी परेशान दिखाई दे रहे थे। स्टेडियम के बाहर वह पसीने से तरबतर होकर वोटर के आगे पिछे चल रहे थे। वह खुद एक-एक वोटर से मिल रहे थे और उन्हे अपने पक्ष में वोट करने के लिए अपील कर रहे थे। वे सभी वोटर के पास जाकर उन्हें अपने पुराने काम के बारे में बता रहे थे और अपने पक्ष में वोट करने की अपील कर रहे थे।

टोटल 594 वोट पड़े
झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन का चुनाव सुबह के साढ़े नौ बजे के बाद शुरू हुआ, जो साढे तीन घंटे चला और दोपहर के 12:30 बजे खत्म हुआ। तीन घंटे तक चली वोटिंग में टोटल 594 वोटर्स ने अपने वोट का यूज किया। वहीं 148 मेम्बर्स ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया, इसमें 56 महिलाएं भी शामिल थीं। जिन्हें वोट नहीं देने दिया गया था। जेएससीए में टोटल 742 मेम्बर्स हैं। इसमें 519 लाइफ टाइम मेम्बर्स हैं। 75 एफिलिएटेड मेम्बर्स ने भी वोट डाले। चुनाव को लेकर अध्यक्ष पद के दोनों कैंडिडेट अमिताभ चौधरी और प्रवीण सिंह के समर्थकों के बीच  नोक-झोंक के बाद चुनाव शांतिपूर्ण ही बीता।

56 महिलाओं ने नहीं डाला वोट
झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव में प्रवीण कुमार गुट के द्वारा आपत्ति दर्ज कराने के बाद 56 महिला मेम्बर्स को वोट देने से रोका गया। वोट डालने से वंचित रही महिला सदस्य जेएससीए बाइलॉज के शर्तों को पुरा नहीं कर रही थी। पुराने बायलॉज के मुताबिक जो भी मेम्बर सदस्यता ग्रहण करेंगे, उसके दो वर्ष के बाद हीं उन्हें वोट देने का अधिकार मिलता है। लेकिन इन महिलाओं को वर्ष 2011-12 के बीच जेएससीए की सदस्यता दी गई है। वोट नहीं दे पाने के कारण महिला सदस्यों ने जमकर स्टेडियम के बाहर हंगामा किया।

Posted By: Inextlive