भारतीय टीम के क्रिकेटर हरभजन सिंह ने आज ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की पीठ ठोंकी है। आखिर कप्‍तान धोनी ने रीयल एस्टेट कंपनी आम्रपाली ग्रुप के साथ नाता जो तोड़ लिया है। हरभजन का कहना है कि धोनी ने बहुत अच्‍छा काम किया है। आम्रपाली कपंनी ने टीम से मकान देने का किया वादा नहीं निभाया।


ब्रांड एंबेसडर का पद
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने रीयल एस्टेट कंपनी आम्रपाली ग्रुप के साथ नाता तोड़ लिया है। नोएडा में आम्रपाली हाउसिंग प्रोजेक्ट का काम समय पर पूरा नहीं होने से नाराज निवासियों के सोशल मीडिया पर निशाना बनाने की वजह से धोनी को कंपनी के ब्रांड एंबेसडर का पद छोड़ना पड़ा है।क्रिकेटर के अलग होने की जानकारी खुद आम्रपाली के सीएमडी अनिल शर्मा ने दी। धोनी छह-सात साल से कंपनी के ब्रांड एंबेसडर थे। शर्मा ने नोएडा के सेक्टर 45 स्थित सफायर हाउसिंग प्रोजेक्ट के निवासियों को अगले तीन माह में काम पूरा करने के लिए भी आश्वस्त किया है। इस प्रोजेक्ट का काम पूरा न होने से बिलबिलाए निवासियों ने बीते कुछ दिनों से ट्विटर पर अभियान छेड़ रखा था। धोनी को टैग करते हुए उन्होंने कहा कि या तो वह कंपनी से नाता तोड़ें या उसे काम पूरा करने के लिए बाध्य करें।वादों को पूरा करना


सोशल मीडिया में जमकर छीछालेदर होने के बाद बीते रविवार को कप्तान धोनी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि वह मामले को कंपनी प्रबंधन के समक्ष उठाएंगे। कंपनी को अपने वादों को पूरा करना चाहिए। आम्रपाली ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में कई आवासीय परियोजनाओं को विकसित किया है। निवासियों के अनुसार, 2009 में लांच सफायर का पहला चरण पूरा हो चुका है। एक हजार फ्लैटों में लगभग 800 परिवार रहने लगे हैं, लेकिन कईटावरों में सिविल व इलेक्ट्रिकल काम अब भी बाकी है। कंपनी प्रबंधन ने जब उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो उन्होंने ट्विटर पर इस मसले को उठा दिया। यह देखते ही देखते वायरल हो गया। इससे पहले आम्रपाली ने कहा था कि इस मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है। इस काम में देरी धन की कमी और प्रॉपर्टी बाजार में मंदी की वजह से हुई है।

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Posted By: Shweta Mishra