-अमृत फार्मेसी में पसरा है सन्नाटा, पांच दिन बाद भी नही पहुंच रहे मरीज

-डॉक्टरों से मांगी गई दवाओं की सूची, बाउंस पर्चो की हो रही स्कैनिंग

ALLAHABAD: सस्ती दवाओं के मेडिकल स्टोर अमृत फार्मेसी में सन्नाटा पसरा हुआ है। एसआरएन जैसे बड़े हॉस्पिटल में होने के बावजूद मरीज यहां दवा खरीदने नहीं पहुंच रहे हैं। कारण साफ है, डॉक्टर ऐसी दवाएं लिख रहे हैं जो यहां उपलब्ध नही हैं। यह दवाएं सिर्फ सामान्य मेडिकल स्टोर्स पर मिलती हैं। ऐसे में अमृत फार्मेसी ने डॉक्टरों से लिखी जाने वाली दवाओं की लिस्ट मांगी है। ताकि, मरीजों को सस्ती दवाएं मुहैया कराई जा सकें।

लगातार बाउंस हो रहे हैं पर्चे

पिछले शनिवार को एसआरएन हॉस्पिटल में अमृत फार्मेसी का उदघाटन डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन ने किया था। इस फार्मेसी का उद्देश्य लोगों को सस्ती ब्रांडेड और जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराना है। काफी प्रचार-प्रसार भी किया गया। लेकिन, पांच दिन में महज 250 पर्चे ही यहां पहुंचे। अधिकतर पर्चो पर लिखी दवाएं फार्मेसी में नहीं होने से यह बाउंस हो गए। यहां के डॉक्टर फार्मेसी में उपलब्ध दवाएं नहीं लिख रहे हैं।

आप बताइए डिमांड, हम बेचेंगे दवाएं

शुरुआती रिस्पांस बेहतर नहीं मिलने से परेशान फार्मेसी संचालक ने एसआरएन हॉस्पिटल के डॉक्टर्स से लिखी जाने वाली दवाओं की लिस्ट मांगी है। ताकि, उन्हें कम दामों पर मरीजों को उपलब्ध कराई जाए। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वपूर्ण कांसेप्ट अमृत फार्मेसी के जरिए मरीजों को ब्रांडेड दवाएं 60 फीसदी तक और जेनेरिक दवाएं 80 फीसदी तक छूट के साथ मिलेंगी।

रोजाना आते हैं तीन हजार नए मरीज

एक दिन में औसतन पचास मरीजों का अमृत फार्मेसी में आना वाकई चिंता का सबब है। अमूमन देखा जाए तो एसआरएन हॉस्पिटल की ओपीडी में रोजाना तीन हजार नए मरीज आते हैं। यह मरीज कैंपस में स्थित दूसरे मेडिकल स्टोर से दवाएं खरीदते हैं। डॉक्टरों की लिखी दवाएं यहां आसानी से मिल जाती हैं। डॉक्टर्स सपोर्ट करें तो फार्मेसी की ब्रांडेड दवाओं से मरीजों का भला हो सकता है।

फैक्ट फाइल

50 है अमृत फार्मेसी में रोजाना आने वाले पर्चो की संख्या

3000 से अधिक मरीज आते हैं एसआरएन हॉस्पिटल में प्रतिदिन

60 और जेनरिक पर 80 फीसदी तक छूट मिलती है फार्मेसी में ब्रांडेड पर

कॉलिंग

अमृत फार्मेसी के कांसेप्ट को हिट करने का फार्मूला केवल डॉक्टरों के पास है। वह चाहे तो सस्ती दवाएं लिखकर मरीजों का भला कर सकते हैं।

-रोहित केसरवानी

इतना आसान नहीं होगा सस्ता इलाज करवाना। दवाओं के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। गरीब मरीजों के लिए अमृत फार्मेसी में सस्ती दवाएं उपलब्ध हैं।

-सिमरन

अमृत फार्मेसी प्रधानमंत्री का अच्छा कदम है। इसके लिए डॉक्टरों को वही दवाएं लिखनी चाहिए जो यहां उपलब्ध हैं। इससे मरीजों को सस्ती दवाएं उपलब्ध हो जाएंगी।

-दीपा जायसवाल

गरीबों का भला करने के लिए डॉक्टरों को अपना दिल बड़ा करना होगा। इसके लिए उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है लेकिन ऐसा करने से सभी को सस्ता इलाज मुहैया होगा।

-संदीप पांडेय

रोजाना पचास पर्चे आ जाते हैं लेकिन इनमें से अधिकतर बाउंस हो रहे हैं। हमने डॉक्टरों से दवाओं की सूची मांगने के साथ उनके पर्चे में लिखी दवाएं भी मंगवाने जा रहे हैं।

-रोहित सिंह, इंचार्ज, अमृत फार्मेसी

Posted By: Inextlive