- शताब्दी में जुड़ा अनुभूति कोच

- यात्रियों ने भी दिल खोलकर की तारीफ

LUCKNOW:

जैसे ही लखनऊ जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर छह पर शताब्दी पहुंची तो लोग पहली बार इस ट्रेन में जोड़े गए कोच अनुभूति को निहार रहे थे। थोड़ी देर में जब इस कोच के दरवाजे खुले तो यात्री अंदर पहुंचे। कोच के अंदर हवाई जहाज जैसी सुविधाएं मिलने से यात्रियों ने खुशी जताई।

देना होगा अधिक किराया

हालांकि इस कोच में सफर करने के लिए यात्रियों को अधिक किराया देना पड़ा। यात्रियों ने कहा कि वास्तव में इस कोच में सफर करना सुखद अनुभूति होगा। सबसे खास बात यह है कि शताब्दी में मौजूद अन्य कोचेज की तुलना में इस कोच में अधिक कूलिंग हो रही है।

एक नहीं कई खासियतें

इस कोच में दरवाजे पर अंदर और बाहर बटन लगे हैं। बटन दबाने पर दरवाजा खुलेगा और बंद होगा। यात्रियों के लिए 56 सीटें हैं। जिसमें लेग सपोर्टर भी हैं। इसके अलावा सीट के ऊपर लगेज रखने लिए खांचे बने हैं। यह बिल्कुल हवाई जहाज की तरह हैं। सभी सीटों के ऊपर एलईडी लाइट्स हैं। साथ ही एक अलग से बटन दिया गया है। बटन दबाते ही ट्रेन में मौजूद अटेंडेंट उस सीट पर पहुंच जाएगा।

सभी सीटों के पीछे एलईडी स्क्रीन

हवाई जहाज की तरह ही सभी सीटों के पीछे छोटे एलईडी स्क्रीन हैं। सेंटर में पड़ी टेबल में यह टीवी उसी में फिट है। इसे जरा सा पुश करने पर यह बाहर आ जाएंगे। इस एलईडी पर ट्रेन की स्पीड, होने वाले अनाउंसमेंट दिखाई देंगे। साथ ही हेडफोन दिया गया है। साथ ही मॉड्यूलर बायो टायलेट और मोबाइल चार्जिग की सुविधा भी दी गई है। इस कोच में सफर करने का किराया 2275 रुपए है।

यात्रियों से बातचीत

कंपनी के काम से अलीगढ़ जा रहा हूं। यहां पहुंच कर पता चला कि मेरी सीट के वन अनुभूति कोच में है। इस कोच में मौजूद सुविधाएं वास्तव में इसे खास बनाती हैं।

एमडी सक्सेना

हमें गाजियाबाद जाना था। इसके बारे में पहले से ही नेट पर जानकारी मिल गई थी। ऐसे में मैने अपने परिवार की सीट इस शानदार कोच में बुक करा दी। कोच उम्मीद से अधिक बेहतर है।

मनीष

कोच का टिकट महंगा जरूर है लेकिन इसमें सुविधाएं भी हवाई जहाज जैसी हैं। ऐसे कोच में सफर कब कट जाएगा किसी को पता ही नहीं चलेगा। भारतीय रेलवे ने यह शानदार शुरुआत की है।

नीतू

अन्य कई जगहों पर इस तरह के कोच लग चुके हैं। लेकिन लखनऊ से इसकी शुरुआत होने से दिल्ली जाने वाले यात्रियों के लिए जल्द ही यह कोच पहली पसंद बन जाएगा।

प्रणव मिश्रा

आज भले ही इस कोच में सीटें खाली हो लेकिन आने वाले दिनों में पहले इसकी सीटें ही बुक होंगी तब अन्य कोचेज की। आज तो काउंटर से ही इस कोच की टिकट आसानी से मिल गई।

प्रथम

Posted By: Inextlive