ऑस्कर समारोह के रेड कार्पेट पर हर बार की तरह इस बार भी फ़िल्म फैशन दिग्गज निर्माताओं निर्देशकों और कलाकारों का मजमा रहा. लेकिन समारोह की झलकियों में मेरी नज़र उस जगह जाकर टिकी जहाँ रेड कार्पेट पर भारतीय उद्योगपति अनिल अंबानी फिल्मकार स्टीवन स्पीलबर्ग के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े थे.

किसी भारतीय फिल्म या कलाकार को हर बार की तरह इस बार भी ऑस्कर पुरस्कार भले ही न मिला हो लेकिन भारत ने ऑस्कर में अपनी मौजूदगी जरूर दर्ज करवाई है-ऑस्कर विजेता फिल्म 'द हेल्प 'के ज़रिए। इस फिल्म को जिस कंपनी ने बनाया है उसके आधे मालिक अनिल अंबानी हैं। ये पहला मौका है जब भारत से जुडी किसी फिल्म कंपनी को ऑस्कर मिला हो।

2009 में अनिल अंबानी, स्टीवन स्पीलबर्ग और स्टेसी स्नाइडर ने मिलकर ड्रीमवर्क्स स्टूडियो का गठन किया था जो हॉलीवुड में फिल्में बनाते हैं। इस ज्वाइंट वेंचर की आधी हिस्सेदारी अनिल अंबानी के पास है।

हॉलीवुड के सपने

इस बार के ऑस्कर समारोह में रिलयांस ड्रीमवर्क्स की तीन फिल्मों ने 11 नामांकन हासिल किए थे। जाहिर है जिस कंपनी ने इन फिल्मों का निर्माण किया, उसके मालिक के नाते अनिल अंबानी भी रेड कार्पेट पर मौजूद थे।

रिलायंस ड्रीमवर्क्स की फ़िल्म 'द हेल्प' को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (वॉयला डेविस), सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेत्री ( जेसिका चेसटैन और ऑक्टीविया स्पेंसर) और सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए नामांकित किया गया था। इस फ़िल्म में ऑक्टीविया स्पेंसर को सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेत्री का पुरस्कार मिला है।

अनिल अंबानी-स्टीवन स्पीलबर्ग की कंपनी की फिल्म 'वॉर हॉर्स' को छह नामांकन मिले थे- सर्वश्रेष्ठ ध्वनि संपादन, ऑरिजनल स्कोर, कला निर्देशन और सिनेमेटोग्राफ़ी। जबकि ह्यू जैकमैन अभिनित फिल्म 'रियल स्टील' को विजुयल इफेक्ट के लिए नामांकन दिया गया था।

अनिल अंबानी की कंपनी स्पीलबर्ग के अलावा हॉलीवुड के और कई दिग्गजों के साथ मिलकर काम कर रही है। इसमें जॉर्ज क्लूनी का स्मोकहाउस प्रोडकशन्स, टॉम हैंक्स का प्लेटोन प्रोडक्शन्स, जूलिया रॉबर्ट्स की रेड ओम फ़िल्मस और निकोलस केज की सेटर्न फ़िल्म शामिल है।

हालांकि ये ऑस्कर सफलता रियालंस ग्रुप को हॉलीवुड में कदम रखने के कई वर्षों बाद मिली है। लेकिन रिलायंस ड्रीमवर्क्स को लेकर अब भी कई सवाल बरकरार हैं क्योंकि कंपनी की ज्यादातर फिल्मों ने बहुत अच्छा कारोबार नहीं किया है। हॉलीवुड के कई बड़े सितारों के साथ डील करने के सालों बाद भी अब तक कोई फिल्म शुरु नहीं हुई है।

रियल स्टील, फ्राइट नाइट, कॉयबॉयस एंड एलियंस, आई एम नंबर फोर का प्रदर्शन खराब से लेकर औसत रहा है। हालांकि बॉलीवुड की बात करें तो रिलायंस एंटरनेटमेंट की फ़िल्मों ने काफी धमाल किया है। 2011 की बड़ी फिल्में जैसे बॉडीगार्ड, सिंघम और डॉन 2 रिलायंस की ही थीं।

एक ओर जहाँ रिलांयस ने बॉलीवुड में अपने पैर जमा लिए हैं तो हॉलीवुड में वो अब भी अपनी जमीन तलाश रहा है। ऐसे में उसकी फिल्म द हेल्प को मिला ऑस्कर उसके हौसले को बढाने में मददगार साबित होगा।

Posted By: Inextlive