- कान्हा उपवन में अभी तक शहर से केवल 6 या 7 पशु ही पहुंचे

- जबकि शहर के सभी आवारा जानवरों को उसमे पहुंचना था

BAREILLY:

प्रदेश सरकार की ओर से बनाए गए कान्हा पशु आश्रय गृह में शहर के सभी आवारा पशुओं को रखना था। पशु आश्रय गृह का उद्घाटन हुए 8 दिन हो चुके हैं, लेकिन अब तक शहर से केवल 6 या 7 पशुओं को ही पकड़कर वहां भेजा गया है। इसके चलते शहर की सड़कों पर छुट्टा गोवंश के झुंड घूम रहे हैं, लेकिन नगर निगम की ओर से इन्हे अभी तक पकड़ने का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। सबसे ज्यादा आवारा पशु नगर निगम के सामने ही घुमते रहते हैं। नगर निगम के कूड़ाघरों का कचरा भी बाहर फैलाते रहते हैं, फिर भी इन पशुओं को पकड़ा नही जा रहा है।

गाय-भैंस सभी को पकड़ना था

शहर की सड़कों पर घूम रहे छुट्टा गोवंश के साथ ही भैंसों को भी पकड़कर कान्हा पशु आश्रय गृह में भेजना था, लेकिन नगर निगम ने आश्रय गृह के आसपास गांव में घूम रहे कुछ गोवंशीय पशुओं को ही आश्रय गृह भेजा। जबकि शहर की सड़कों पर छुट्टा गोवंश से लोगों को निजात नहीं मिल पा रही है। गली मोहल्लों के साथ ही पॉश एरिया और मुख्य चौराहों पर भी गोवंश का जमावड़ा रहता है। जिससे जाम की स्थिति बनती है और हादसे का खतरा भी बना रहता है।

सबसे ज्यादा पशु बरेली कॉलेज और सिविल लाइंस में

शहर में सबसे ज्यादा आवारा पशु सिविल लाइंस, रामपुर गार्डन और बरेली कॉलेज के सामने घुमते रहते हैं। इससे राहगीरों साथ ही स्टूडेंट्स को भी परेशानी होती है। इसके बावजूद इन पशुओं को नहीं पकड़ा जा रहा है

हर रोज होता है बबाल

कान्हा पशु आश्रय को खुले अभी तक केवल 8 दिन ही हुए हैं लेकिन वहां पर हर रोज कोई न कोई विवाद खड़ा हो जाता है। कान्हा उपवन में सांड़ों के रहने के लिए कोई व्यवस्था ही नहीं है। फिर भी गांव वालों ने उसमें सांड़ों को छोड़ दिया। जो उपवन को अपना दंगल क्षेत्र बनाए हुए हैं। सांड़ों की वजह से ही गांव वालों में भी रोष है।

शहर से सभी आवारा पशुओं को पकड़ा जा रहा है। शहर से भी कुछ पशु वहां पहुंच भी चुके हैं। कोशिश है कि हर रोज पशुओं को पकड़कर वहां पहुंचाया जाए।

मेयर डॉ। उमेश गौतम

Posted By: Inextlive