- एक साल में झोपड़ी की जगह हो गया अच्छा घर

- पिछले 5 सालों से गरीबों को खिलाते हैं बिहार पुलिस से रिटायर्ड हवलदार

PATNA CITY : अन्न दान के रूप में गरीब और फकीर लोगों को भरपेट खाना खिलाना पुण्य का काम है। इससे मन को सुख और शांति मिलती है। आत्मा खुश रहती है। 80 साल के पंडित लक्ष्मी नारायण शर्मा ऐसे शख्स हैं, जो पिछले भ् सालों से अन्न का दान करते आ रहे हैं। वह हर शनिवार को काली स्थान के पास गौरी शिव मंदिर कैंपस में करीब एक सौ भूखे गरीब और फकीर लोगों को पेट भर खिचड़ी खिलाते हैं। हर शनिवार को लंगर की तरह गरीब व फकीर मंदिर पहुंचते हैं और खिचड़ी खाकर निकलते हैं। साथ ही रुपए बचने पर दान में कुछ रुपए भी सबको देते हैं। पंडित लक्ष्मी नारायण शर्मा बिहार पुलिस में हवलदार थे, जो फ्0 जून क्99ब् को रिटायर्ड हुए। पिछले कई सालों से वह लगातार गौरी शिव मंदिर की देखरेख करते आ रहे हैं। अचानक से उनका मन भूखे और गरीबों को खाना-खिलाने का किया। अपने सामा‌र्थ्य के अनुसार उन्होंने हर शनिवार को खिचड़ी खिलाने की ठानी। इसके बाद सिलसिला शुरू हुआ तो भ् सालों से लगातार चल रहा है।

झोपड़ी की जगह मिला घर

पंडित लक्ष्मी नारायाण शर्मा मिडिल क्लास फैमिली से आते हैं। जब उन्होंने गरीबों को खिचड़ी खिलाने की शुरुआत की तो उस समय वो और उनकी फैमिली झोपड़ीनुमा घर में रहते थे। वह बताते हैं कि अन्न दान की शुरुआत के करीब एक साल बाद ही झोपड़ी की जगह वह एक अच्छे घर में रहने लगे।

नहीं करता कोई हेल्प

इनके इस नेक काम में कोई हेल्प नहीं करता। बिना किसी हेल्प और संघर्ष के वह अकेले ही लोगों के लिए खिचड़ी का पूरा जिम्मा उठाते हैं। एक शनिवार का खर्च क्ख्-क्फ् सौ रुपए के करीब आता है। वह बताते हैं कि मंदिर में थोड़ा बहुत दान-पात्र में रुपए जमा होते हैं। वो रुपए और अपने पेंशन के रुपए मिलाकर पूरा खर्च होता है।

Posted By: Inextlive