रिहाई की पेशकश किए जाने के बावजूद सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने रात तिहाड़ जेल में ही काटी. उन्होंने बिना शर्त रिहाई और जय प्रकाश नारायण पार्क में अनशन की अनुमति दिए जाने की मांग पर जोर देते हुए जेल से बाहर आने से इंकार कर दिया था.


73 वर्षीय हजारे ने जेल परिसर के प्रशासनिक खंड के एक कमरे में अपने सहयोगी अरविंद केजरीवाल के साथ रात गुजारी.  दिल्ली पुलिस द्वारा हजारे तथा उनके सात सहयोगियों की रिहाई का वारंट जारी किए जाने के बाद कल रात हजारे को रिहा किए जाने की पेशकश की गई थी. वहीं बुधवार सुबह से तिहाड के कैदी भी अन्ना के साथ अनशन पर हैं.यह पेशकश पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार इलाके से कल सुबह एक फ्लैट से हजारे और उनके सहयोगियों को पकड़े जाने और सात दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के करीब 13 घंटे बाद की गई थी. हजारे के सहयोगी मनोज सिसोदिया कल रात जेल से बाहर आए और उन्होंने बताया कि हजारे ने जेल अधिकारियों से कहा है कि वह तभी जेल से बाहर आएंगे जब उन्हें जयप्रकाश नारायण पार्क में बिना शर्त अपना अनशन जारी रखने की लिखित अनुमति दी जाएगी.



जय प्रकाश नारायण पार्क से ही हजारे को कल अपना अनशन शुरू करना था.  सूत्रों ने बताया कि हजारे आज सुबह पांच बजे जगे ओर केजरीवाल तथा अन्य सहयोगियों के साथ चर्चा में व्यस्त थे. लोग भी हजारे के साथ जेल में हैं.  सिसोदिया ने आज बताया, ‘‘हमें कोई सूचना नहीं है कि वह कब जेल से बाहर आएंगे.’’

Posted By: Kushal Mishra