JAMSHEDPUR: टाटा स्टील में आइएल-6 से लेकर आइएल-1 स्तर के अधिकारियों का अप्रेजल हुआ है. वैसे अधिकारी जिनका एक अप्रैल 2018 से लेकर 31 मार्च 2019 तक प्रदर्शन शानदार रहा है उन्हें इ से सी तक की श्रेणी में रखते हुए बेसिक का 2 से 15 प्रतिशत तक इंक्रीमेंट सहित एक से पांच गुणा बोनस दिया गया है. वहीं, खराब प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को चेतावनी पत्र जारी कर नए वित्तीय वर्ष में बेहतर करने को कहा गया है.

रिव्यू प्रोग्राम के तहत अप्रेजल

टाटा स्टील में कार्यरत हर स्तर के अधिकारियों का मार्च 2019 में टैलेंट रिव्यू प्रोग्राम के तहत अप्रेजल हुआ था. इसके तहत अधिकारियों ने पिछले वित्तीय वर्ष में अप्रेजल भरा था. इसमें उन्होंने बताया था कि नए वित्तीय वर्ष में उनके क्या लक्ष्य होंगे? अधिकारियों की इस अप्रेजल रिपोर्ट और पूरे वर्ष किए गए कार्यो के आधार पर विभागीय चीफ व हेड स्तर के अधिकारी अपने निचले स्तर के अधिकारियों की समीक्षा करते हैं. वहीं, हेड व चीफ स्तर के अधिकारियों का उनके वरीय अधिकारी समीक्षा करते हैं. इस समीक्षा रिपोर्ट के आधार पर ही अधिकारियों को इ से सी तक छह श्रेणियों में बांटा गया है. इन श्रेणियों के आधार पर ही उन्हें इंक्रीमेंट व बोनस का लाभ दिया गया है. कंपनी सूत्रों की माने तो टाटा स्टील प्रबंधन ने सभी अधिकारियों के अप्रेजल रिपोर्ट उनके पर्सनल मेल में पिछले दिनों भेजा गया था. वहीं, उनके अप्रेजल के आधार पर ही उनका इंक्रीमेंट और बोनस भी उनके बैंक खातों में भेज दिया गया है.

कई अधिकारियों का कटा इंक्रीमेंट

ऐसे विभाग जहां पिछले वित्तीय वर्ष में जानलेवा दुर्घटना हुई हैं या वहां सेफ्टी को नजरदांज करने पर लॉस टाइम इंज्यूरी (एलटीआइ) की संख्या बढ़ी है. उन विभाग के अधिकारियों का इंक्रीमेंट व बोनस प्रभावित हुआ है. वहीं, अधिकारियों ने नए वित्तीय वर्ष के लिए अपने लिए नया लक्ष्य तय कर वरीय अधिकारियों को सौपा है. इसके आधार पर ही अप्रैल 2020 में उनका इंक्रीमेंट व बोनस तय होगा.

अधिकारियों को मिला ये ग्रेड

इ : आउट स्टैंडिंग परफॉरमेंस : उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन. बेहतर नेतृत्व क्षमता. आगे बढ़कर जिम्मेदारी संभालने वाला.

ए प्लस : सुपिरियर परफॉरमेंस : कठिन परिस्थितियों में भी बेहतर प्रदर्शन करने वाला. जरूरत के समय अपनी जिम्मेदारी समझने वाला.

ए : इफैक्टिव परफॉरमेंस : जो भी जिम्मेदारी मिली उसकी पूरी निष्ठा से काम करते हुए लक्ष्य को प्राप्त करने वाला.

बी प्लस : स्टैंडर्ड परफॉरमेंस : अपनी जिम्मेदारी और अपेक्षाओं पर हर क्षेत्र में खरा उतरने वाला.

बी : डेवलपिंग परफॉरमेंस : सामान्य प्रदर्शन. अपनी जिम्मेदारी और नेतृत्व क्षमता को समझते हुए अपने प्रदर्शन को और बेहतर बनाना.

सी : अनअफेक्टिव परफॉरमेंस : उम्मीद के अनुसार अपनी जिम्मेदारी और लक्ष्य को पूरा नहीं करना. सभी क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन की जरूरत.

Posted By: Kishor Kumar