-बीमारी व शोध कार्यो में कलाकार कल्याण कोष से दी जाएगी सहायता

क्कन्ञ्जहृन्: बीमारी से ग्रस्त या पैसों के अभाव में आगे बढ़ने में असमर्थ कलाकारों को अब बिहार सरकार आर्थिक मदद करेगी। मदद कलाकार कल्याण कोष से की जाएगी। इसे लेकर कला संस्कृति विभाग ने प्रस्ताव तैयार किया है।

इन परिस्थितियों में मिलेगी सहायता

प्रस्ताव में सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता को तीन भागों में विभाजित किया गया है। बीमारी, प्रदर्श कला और चाक्षुष कला। बीमारी को स्पष्ट करते हुए कहा गया है कि प्रदेश का कोई कलाकार यदि किसी भी तरह की गंभीर बीमारी से ग्रसित है या किसी दुर्घटना में घायल हो गया है और उस कलाकार का ऑपरेशन करना पड़ा है वैसे कलाकार को अस्पताल के बिल अथवा प्रमाणपत्र के आधार पर सहायता अनुदान दिया जाएगा। यदि प्राकृतिक आपदा में कोई कलाकार घायल होता है तो वैसी स्थिति में संबंधित पंचायत के मुखिया और शहरी क्षेत्र में वार्ड पार्षद का प्रमाणपत्र देने पर बीमारी के इलाज के लिए आर्थिक सहायता दी जा सकेगी।

प्रदर्शनी के लिए भी मदद

प्रदर्श कला के क्षेत्र में वैसे कलाकारों को सहायता दी जाएगी जो अंतरराष्ट्रीय या राष्ट्रीय स्तर के किसी कार्यक्रम में निश्शुल्क आमंत्रण पर प्रदर्शनी को जा रहे होगे। संबंधित कलाकार को आर्थिक मदद प्राप्त करने के लिए आवेदन के साथ आमंत्रण पत्र संलग्न करना होगा। ठीक इसी प्रकार चाक्षुस कला के क्षेत्र में यदि कोई कलाकार राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय कला प्रदर्शनी में आमंत्रित किए जाते हैं शिरकत करने पर लगने वाली फीस, प्रदर्शनी की तैयारी पर होने वाले खर्च के लिए सरकारी मदद के प्रावधान किए गए हैं।

देना होगा शोध कार्य का ब्योरा

यदि कोई कलाकार मास्टर्स डिग्री, शोध कार्य के लिए एक मुश्त सहायता प्राप्त करना चाहते हैं तो उस कलाकार को शोध एवं अध्ययन से संबंधित कॉलेज के प्रमुख का प्रमाणपत्र और व्यय होने वाली राशि का पूरा ब्योरा देना अनिवार्य होगा। इतना ही नहीं यदि राज्य के किसी कलाकार को देश के प्रतिष्ठित संस्थानों जैसे राष्ट्रीय नाट्य अकादमी, कथक केंद्र, कला केंद्र आदि में नामांकित होने का मौका मिलता है तो संबंधित कलाकार को आर्थिक मदद के लिए संस्थान में नामांकन का प्रमाण देना होगा।

Posted By: Inextlive