क्या अरविंद केजरीवाल बनेंगे दिल्ली के मुख्यमंत्री?
दिल्ली में हुए विधानसभा चुनावों में किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत न मिल पाने के कारण उप राज्यपाल ने पहले सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी को सरकार बनाने का न्यौता दिया था. हालाँकि बीजेपी ने सरकार बनाने से इनकार कर दिया.दिल्ली विधानसभा में बीजेपी के पास 32 (अकाली दल की एक सीट सहित), आम आदमी पार्टी के पास 28 और कांग्रेस के पास 8 सीटें हैं. जनता दल यूनाइटेड का एक विधायक जीता है और एक विधायक निर्दलीय है.बीजेपी द्वारा सरकार बनाने से इनकार करने के बाद अब नजीब जंग ने आम आदमी पार्टी नेताओं को चर्चा के लिए बुलाया है.इससे पहले शुक्रवार शाम कांग्रेस ने बिना किसी शर्त के आम आदमी पार्टी का समर्थन करने की चिट्ठी उप राज्यपाल को भेजी है.
कांग्रेस ने अपनी चिट्ठी में कहा है कि आम आदमी पार्टी सरकार बनाए और जनता से किए गए अपने वादे पूरे करे. पार्टी ने समर्थन के लिए कोई शर्त नहीं रखी है.इससे पहले शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेताओं ने कई दौर की बैठकें की. बैठक में दिल्ली में सरकार बनाने पर विचार किया गया.
बीजेपी के सरकार न बनाने के बाद आम आदमी पार्टी ने सभी विकल्पों पर विचार किया है. पार्टी के स्वयंसेवकों से भी सरकार बनाने के बारे में राय ली गई है.समर्थन नहीं
इससे पहले बैठक के बाद पार्टी के नेता संजय सिंह ने ट्वीट किया, "इश्क, गेम और राजनीति बिना शर्त के नहीं होते."अरविंद केजरीवाल की दिल्ली के उपराज्यपाल से मुलाक़ात से पहले सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या आम आदमी पार्टी दिल्ली में अल्पमत की सरकार बनाएगी?