-बनारस समेत प्रदेश के सात आयुर्वेद मेडिकल कॉलेजों में बनाए जाएंगे टेलीमेडिसिन सेंटर

-अगले माह तक हो जाएगा तैयार

VARANASI

बीएचयू के सर सुंदरलाल चिकित्सालय व एसएसपीजी हॉस्पिटल के बाद अब आयुर्वेद चिकित्सालय के मरीजों को भी टेलीमेडिसिन सुविधा मिलेगी। शासन ने आयुर्वेद के मरीजों की सुविधा के लिए इसे बनारस व राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के आठ आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज को भी टेलीमेडिसिन से जोड़ने का फैसला लिया है। पहले फेज में यह सेंटर लखनऊ व बनारस समेत आठों राजकीय आयुर्वेद कॉलेज में बनाया जा रहा है। इस माह के अंत तक आयुर्वेद मेडिकल कालेजों में टेलीमेडिसिन चिकित्सा सुविधा आरंभ हो जायेगी।

2104 आयुर्वेद डिस्पेंसरी से जुड़ेंगे सेंटर

योजना के दूसरे चरण में इन सभी आठ मेडिकल कालेजों को टेलीमेडिसिन के जरिये प्रदेश भर में फैली 2104 आयुर्वेदिक डिस्पेंसरियों से जोड़ा जाएगा। आयुर्वेद विभाग के पूर्व निदेशक आरआर चौधरी की मानें तो इसको लेकर शासन से मंजूरी मिल गई है, जिस पर काम शुरु हो गया है। उम्मीद है कि इस माह सभी आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज, टेलीमेडिसिन सुविधा से जुड़ जायेंगे।

लखनऊ होगा केन्द्र

लखनऊ के राजकीय आयुर्वेदिक कालेज टेलीमेडिसिन सेंटर का मुख्य सेंटर होगा। जिसे बनारस इलाहाबाद, मुजफफरनगर, झांसी, बांदा, पीलीभीत व बरेली के आयुर्वेदिक मेडिकल कालेजों से जोड़ा जाएगा। दूसरे चरण में प्रदेश की सभी 2104 आयुर्वेदिक डिस्पेंसरियों को मोबाइल एप के जरिये इस सुविधा से जोड़ा जाएगा ताकि मरीजों को एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति के साथ ही आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति से भी घर बैठे इलाज करने का विकल्प मिल सके।

जारी हो चुका है बजट

टेलीमेडिसिन सेंटर के लिए

आयुष मिशन की ओर से बजट रिलिज हो चुका है, वहीं इसकी स्थापना की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। इस माह से शुरू हो रही इस सुविधा से बाहरी जिलों के डॉक्टरों से संपर्क साधा जाएगा। इसके साथ ही एक से दूसरे हॉस्पिटल के डॉक्टरों से शोध निष्कर्ष और अन्य उपयोगी जानकारी भी साझा की जाएगी। इस व्यवस्था के तहत राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय में चिकित्सक मरीजों का टेलीफोन और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की मदद से इलाज करेंगे। इलाज के दौरान यदि कोई दिक्कत आती है तो आयुर्वेदिक कालेज के डॉक्टर विशेषज्ञ डॉक्टरों से वीडियो कॉलिंग के जरिए परामर्श लेकर मरीज का इलाज कर सकेंगे।

दिए जाएंगे इंटरनेट, लैपटॉप

ऑनलाइन कॉलिंग के लिए सभी हॉस्पिटल में लैपटॉप या कंप्यूटर लगाकर इंटरनेट कनेक्शन दिए जाएंगे। उसका कंट्रोल रूम आयुर्वेदिक कॉलेज में स्थापित किया जाएगा जहां एक विशेषज्ञ की ड्यूटी लगाई जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि एक्स-रे, एमआरआई, खून जांच की रिपोर्ट और सर्जरी की फोटो और अन्य जरूरी कागजात और जांच रिपोर्ट ई-मेल द्वारा भेजे जाएंगे। इससे डॉक्टर इलाज के बारे में जरूरी सलाह ले सकेंगे।

ये होगा लाभ

आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज, चिकित्सालय में शुरू हो रहे इस सुविधा से मरीजों को रूटीन चेकअप के लिए भी दूसरे शहर बार-बार आना नहीं पड़ेगा। मरीजों का इसके लिए भी ज्यादा जद्दोजहद करना न पड़े इसके लिए इसका मोबाइल ऐप भी तैयार किया जा रहा है जो योजना के अगले चरण में कार्य करना शुरू कर देगा।

मुख्यालय की ओर ने निर्देश मिल चुका है। गाइडलाइन मिलते ही सेंटर बनाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। उम्मीद है कि माह के अंत तक इसकी शुरुआत हो जाए।

प्रो। प्रकाश सक्सेना, प्रिंसिपल, राजकीय आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज

Posted By: Inextlive