-रुपयों की कमी की वजह से कछुए की चाल से चल रहा फ्लाइओवर विस्तारीकरण का काम

-185 करोड़ के रिवाइज बजट में मिले हैं सिर्फ 129 करोड़ रुपये

कैंट फ्लाइओवर हादसा को नौ माह बीत गए, लेकिन निर्माण कार्य में अभी भी तेजी नहीं आ पा रही है। कछुए की चाल से चल रहे काम की वजह से पब्लिक की मुसीबत कम नहीं हो रही है। हादसे के दो माह बाद से ही कैंट-लहरतारा मार्ग पर लगे प्रतिबंध को अब हटा दिया गया है। कैंट स्टेशन के सामने रोड के दोनों साइड को आम जनता के लिए खोल दिया गया है। जबकि फ्लाईओवर का काम चल रहा है। जिसके चलते हर वक्त हादसे का डर बना रहता है। इधर पुल के निमार्ण कार्य की मियाद बढ़ती जा रही है। जिसकी सबसे बड़ी वजह पैसे की कमी बताई जा रही है। अधिकारियों का कहना हैं कि शासन बजट पूरी तरह से रिलीज करे तो काम में तेजी आए।

फिर बढ़ी मियाद

चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर विस्तारीकरण के तहत साल 2015 में शुरू हुए 1800 मीटर लंबे इस फ्लाईओवर का निर्माण 30 महीने में पूरा होना था। लेकिन अभी तक 60 फीसदी भी निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। मई 2018 में हुए हादसे के बाद इस काम को अक्टूबर 2019 में पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया था। शासन की उदासीनता के चलते इस साल भी काम पूरा हो पाएगा यह कहना मुश्किल है। अधिकारियों का कहना हैं कि निर्माणाधीन पुल का काम जल्दी पूरा हो, इसलिए पुल के दोनो साइड में स्टील गार्डर का इस्तेमाल किया जाएगा।

अगस्त में भेजा प्रपोजल

अधिकारियों की माने तो स्टील गार्डर के लिए पीडब्ल्यूडी मुख्यालय को प्रपोजल तैयार कर अगस्त 2018 में ही भेज दिया गया था। तीन माह तक यह फाइल वहीं अटकी रही। दो माह बाद शासन में पहुंचे प्रपोजल पर 24 जनवरी को मुहर लगा। बजट कब रिलीज होगा इसका पता किसी को नहीं है। ऐसे में जब तक धनराशि नहीं आ जाता तब तक काम में तेजी आना मुश्किल है।

तीन बार हुआ रिवाइज

चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर विस्तारीकरण प्रोजेक्ट के बजट को तीन बार रिवाइज किया जा चुका है। निमार्ण कार्य शुरू होने के दौरान इसका बजट 77.41 करोड़ रुपए रखा गया था। इसके बाद इसकी लागत 129 करोड़ पहुंच गई। हादसे के बाद स्टील गार्डर के इस्तेमाल की वजह से इसकी लागत 185 करोड़ पहुंच गई। हालांकि इसमें कार्यदाई संस्था सेतु निगम को 129 करोड़ रूपए मिल चुका है। अब शेष रकम आने के बाद स्टील गाडर का काम शुरू कराया जाएगा।

2012

में शुरू हुआ था चौकाघाट फ्लाओवर का काम

2015

से चल रहा है चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर विस्तारीकरण का काम

30

माह में पूरा होना था काम

2019

अक्टूबर में पूरा करना है निर्माण कार्य

60

प्रतिशत भी काम पूरा नहीं है अभी

18

प्रतिशत का ग्रोथ आया काम में पिछले नौ माह में

22

पीलर में इस्तेमाल होंगे स्टील के गार्डर

62

पीलर हैं फ्लाइओवर में

1800

मीटर लंबा है पुल

185

करोड़ का है बजट

129

करोड़ मिल चुका है

56

करोड़ होने हैं रिलीज

ऐसा नहीं है कि काम नहीं हो रहा है। बजट के अभाव में स्टील गाडर का काम रूका हुआ है। जब तक शासन धनराशि नहीं भेजती है, तब तक काम में तेजी आना मुश्किल है।

अरूण कुमार सिंह, परियोजना प्रबंधक, सेतु निर्माण निगम

Posted By: Inextlive