Madhur Bhandarkar finally gives his side of the story about the Heroine controversy.


मधुर भंडारकर की इतने दिनों से चर्चे में रहने वाली फिल्म हीरोइन ऐश्वर्या की प्रेग्नेंसी की खबर सुनने के बाद मुश्किल में आ गई है. फिल्म के बारे में कई थ्योरीज लगाई गईं लेकिन डायरेक्टर ने मीडिया ग्लेयर से दूर रहना और चुप रहना प्रिफर किया. खैर उन्होंने आखिरकार चुप्पी तोडऩे का डिसीजन लिया.वह बताते हैं, ‘आज मैं सब खत्म करने के बाद ऑफिस में अकेला बैठा हूं. अपने ड्रीम प्रोजेक्ट जिसे मैंने करीब डेढ़ साल से खून और पसीना दिया उसे कुचलने के अलावा अब कोई रास्ता नहीं. ये मेरा सबसे एम्बिशियस प्रोजेक्ट होता. मेरा मानना है कि मदरहुड बहुत पवित्र है. मैं हर उस औरत को सैल्यूट करता हूं जो इस नाजुक कंडीशन में काम को चूज करती है लेकिन मैं जानबूझकर किसी औरत को उसकी कंडीशन जानते हुए खतरे में नहीं डाल सकता.


हीरोइन की लीड एक्ट्रेस ही मेन किरदार है. मैं कहना चाहूंगा कि ये नॉर्मल फिल्म नहीं है. फिल्म को एक बड़े कैनवस की जरूरत है जिसमें 40 लोकेशंस पर शूटिंग, कई हैवी-ड्यूटी सीन्स और भीड़-भाड़ में शूटिंग की जरूरत है. आठ दिन के शेड्यूल में मेरे एक असिस्टेंट डायरेक्टर को ही चोट आ गई. आज जब मैं अपनी लीड एक्ट्रेस की कंडीशन जानता हूं, मैं सोच में पड़ गया... क्या होगा अगर उन्हें चोट आ गई, मैं पूरी जिंदगी पछतावे की आग में जलूंगा.’‘Can’t work in this state’ ‘लीड एक्ट्रेस को स्क्रीन पर स्मोक भी करना है, अगर वह न भी करे, उसी फ्रेम में दूसरे एक्टर्स भी स्मोकिंग कर रहे होंगे, वह पैसिव स्मोकिंग की शिकार बनेंगी. ये सब पचड़ा नहीं हुआ होता अगर एक्ट्रेस ने शुरुआत में ही बता दिया होता. सच हमसे छिपाया गया. हमें इस बारे में न्यूज चैनल्स और बाकी दुनिया से पता चला.

फिल्ममेकिंग यकीन और भरोसे पर चलता है. फिल्म का अनाउंसमेंट 13 मई को कांस में हुआ था जबकि हमने शूटिंग 7 जून को शुरू की. 24 दिनों का गैप था अगर हमें सच पता चल जाता तो कुछ हो सकता था. प्रोजेक्ट बंद करने का मुझ पर बहुत बुरा असर हुआ है. मैं शॉक और डिप्रेशन में हूं. मैं आठ दिन तक ऑफिस नहीं आ सका इस डर से कि उन लोगों को क्या जवाब दूंगा जिनकी रोजी-रोटी इस फिल्म के भरोसे है.


 ये प्रोड्यूसर्स का कलेक्टिव डिसीजन था कि प्रोजेक्ट बंद कर दिया जाए. मैं अभी भी शॉक की स्टेट में हूं लेकिन इतने दिनों तक चुप रहने का डिसीजन लिया. अब मैंने चुप्पी तोडऩे का फैसला लिया क्योंकि मुझे लगता है कि सच बताया जाना चाहिए.

Posted By: Garima Shukla