बड़े बकाएदारों पर कसा शिकंजा, एलस्टाम से वसूले 1.20 करोड़ रुपये टैक्स

पांच सचल दल के साथ बनाई गई एक टास्क फोर्स

ALLAHABAD: छोटे-छोटे व्यापारी नहीं, बल्कि बड़ी-बड़ी कंपनियां और फर्म सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट के निशाने पर हैं, जो लाखों करोड़ों रुपये का टैक्स दबा कर बैठे हुए हैं। विभाग की कार्रवाई की वजह से इलाहाबाद में ट्रांसफार्मर बनने वाली अमेरिकी कंपनी एलस्टाम जीईटी एवं डी इंडिया लिमिटेड को भी 1.20 करोड़ का टैक्स भरना पड़ गया।

टैक्स जमा नहीं कर रही थी कंपनी

ट्रांसफार्मर बनने वाली अमेरिकी कंपनी एलस्टाम जीईटी एवं डी इंडिया लिमिटेड के नैनी स्थित फैक्ट्री से अप्रैल 2017 से लेकर जून 2017 तक ट्रांसफार्मर की सप्लाई इंडिया लेवल पर हुई। जीईटी एवं डी इंडिया लिमिटेड द्वारा फॉर्म सी दाखिल नहीं किया गया। जीएसटी लागू होने के बाद सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट के एसआइबी की टीम ने जांच करके कंपनी द्वारा 1.20 करोड़ का टैक्स जमा न करने का दावा किया। टैक्स जमा करने के लिए एलस्टाम को कई बार नोटिस भेजा गया, लेकिन टैक्स जमा नहीं हुआ। सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट की टीम ने दबाव बनाना शुरू किया तो कंपनी ने 1.20 करोड़ का टैक्स जमा किया।

महिला अधिकारी भी करेंगी छापेमारी

बड़े बकाएदारों से टैक्स वसूलने और छापेमारी की कार्रवाई के लिए इलाहाबाद जोन के चार जिले इलाहाबाद, प्रतापगढ़, कौशाम्बी व फतेहपुर के लिए केवल पांच सचल दल टीम एक्टिव है। जिनमें चार इलाहाबाद में व एक फतेहपुर में है। क्षेत्रफल के अनुसार सचल दल की संख्या कम होने की वजह से सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा एक और टास्क फोर्स टीम बनाई गई है। जिसका प्रभारी रंजीत कुमार सहायक आयुक्त को बनाया गया है। टीम में वाणिज्य कर अधिकारी स्वाती अग्रवाल भी शामिल हैं।

दो दर्जन से अधिक बड़ी फर्म को नोटिस जारी करके टैक्स जमा करने का सुझाव दिया गया है। फर्म मालिक टैक्स जमा नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कराई जाएगी। रोड पर सामानों की चेकिंग के लिए सचल दल के साथ ही टास्क फोर्स टीम भी बना दी गई है।

राजेश कुमार कुरील

असिस्टेंट कमिश्नर ग्रेड-1

Posted By: Inextlive