अकारक बुध ग्रह देता है वाणी दोष, मुक्ति के लिए करें श्रीगणेश संग माता पार्वती की पूजा
जब कोई ग्रह जन्म कुंडली में स्थाई अकारक होता है तब रोग-दोष स्थाई होता है, लेकिन वर्षफल, गोचर आदि के कारण अकारक हो तो अस्थाई रोग-दोष देता है। जीवन में विभिन्न रोगों और दोषों के कारण अकारक ग्रह होते हैं।आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य पंडित श्रीपति त्रिपाठी से अकारक बुध ग्रह से होने वाले रोगों और उसके उपाय के बारे में।1. जब बुध ग्रह अकारक होता है तो कफ रोग, वाणी दोष, त्रिदोष, दंत रोग, पांडुरोग आदि होते हैं।
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