कार्ड क्लोनिंग का यह कारोबार ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स के जरिए फल-फूल रहा है. आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि कार्ड क्लोनिंग में काम आने वाली कार्ड क्लोनिंग डिवाइस स्किमर और यहां तक ब्लैंक मैग्नेटिक कार्ड तक मशहूर ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स पर बेहद सस्ते रेट पर खुलेआम उपलब्ध है

- महज 15 रुपये में उपलब्ध है मैगनेटिक कार्ड

- दो हजार से शुरू होती है मिनी स्किमर डिवाइस की कीमत

- आजमगढ़ पुलिस ने पकड़ा गैंग तो हुआ खुलासा

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LUCKNOW : डेबिट या क्रेडिट कार्ड क्लोन कर बैंक अकाउंट से रकम पार करने की बात तो आपने कई बार सुनी और देखी होगी. लेकिन, आपको यह नहीं पता होगा कि कार्ड क्लोनिंग का यह कारोबार ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स के जरिए फल-फूल रहा है. आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि कार्ड क्लोनिंग में काम आने वाली कार्ड क्लोनिंग डिवाइस, स्किमर और यहां तक ब्लैंक मैग्नेटिक कार्ड तक मशहूर ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स पर बेहद सस्ते रेट पर खुलेआम उपलब्ध है. यानी जो भी जालसाज ठगी के इस धंधे में अपने पैर जमाना चाह रहे हैं, उन्हें इसके 'औजार' जुटाने के लिये मशक्कत करने की भी जरूरत नहीं. हालांकि, खुलेआम चल रहे इस गोरखधंधे पर नकेल कसने के लिये पुलिस अब तक लगाम नहीं कस सकी है.

कितने की कौन सी डिवाइस
मैग्नेटिक क्रेडिट व डेबिट कार्ड रीडर
वेबसाइट्स पर अलग-अलग कंपनियों के कई मैगनेटिक कार्ड रीडर मौजूद हैं. जिसकी कीमत 2350 रुपये से 7 हजार रुपये तक है. इसे पंचिंग मशीन भी कहते हैं. स्किमर से एटीएम कार्ड स्कैन करने के बाद कंप्यूटर के जरिए डाटा को ब्लैंक एटीएम कार्ड में ट्रांसफर किया जाता है.

मिनी स्किमर डिवाइस
इस डिवाइस की कीमत दो हजार से 4,500 रुपये के बीच है. यह बेहद छोटी डिवाइस है, जिसे आप अपनी हथेली पर रख सकते हैं. स्किमर का उपयोग साइबर अपराधी एटीएम कार्ड को स्कैन करने के लिये करते हैं.

ब्लैंक मैग्नेटिक कार्ड
विभिन्न वेबसाइट्स पर ब्लैंक मैग्नेटिक कार्ड ऑनलाइन खरीदा जा सकता है. इसकी कीमत महज 15 से 25 रुपये के बीच है. ज्यादा मात्रा में खरीदने पर वेबसाइट्स ऑफर भी देती हैं और इसकी कीमत में छूट भी मिलती है. इन्हीं ब्लैंक मैग्नेटिक कार्ड में आपकी कॉपी की गई कार्ड डिटेल फीड कर साइबर क्रिमिनल्स देश में कहीं भी इसके जरिए ट्रांजेक्शन कर सकते हैं.

स्पाई पेन कैमरा
कार्ड कॉपी करने के साथ ही उसका पासवर्ड जानना भी बेहद जरूरी है. इसमें मदद करता है स्पाई पेन कैमरा. कार्ड को स्वैप कराने के दौरान जालसाज इसे स्किमर में भी स्वैप कर लेते हैं. जिसके जरिए कार्ड की डिटेल आ जाती है. इसके बाद जैसे ही कोई भी शख्स स्वैप मशीन में अपना पासवर्ड डालता है, स्पाई पेन कैमरा में उसका पासवर्ड रिकॉर्ड हो जाता है. इसकी कीमत वेबसाइट पर 225 रुपये से 1000 रुपये तक है.

यूट्यूब पर वीडियो सिखा रहे जालसाजी की तरकीब
जहां एक तरफ कार्ड क्लोनिंग की डिवाइस व अन्य टूल्स शॉपिंग साइट्स पर उपलब्ध हैं वहीं, इसके जरिए करतूत को अंजाम किस तरह देना है, इसे बताने के लिये यूट्यूब पर ढेरों वीडियो उपलब्ध हैं. इन वीडियो में कार्ड कॉपी करने के तरीके के साथ-साथ क्लोन कार्ड तैयार करने की पूरी विधि सिलसिलेवार ढंग से समझाई जाती है. जिसे देखने के बाद कोई भी शख्स इस गोरखधंधे में महारत हासिल कर सकता है.

आजमगढ़ पुलिस ने किया खुलासा
बीते दिनों आजमगढ़ में लोगों के बैंक अकाउंट से बिना कस्टमर की जानकारी के, रुपये गायब होने की शिकायतें यकायक बढ़ गई. स्थानीय पुलिस को समझ नहीं आ रहा था कि आखिरकार कार्ड की जानकारी जालसाजों तक कैसे पहुंच रही है. इसी बीच जिले के एसपी व साइबर कॉप के नाम से मशहूर प्रो. त्रिवेणी सिंह ने इन मामलों की जांच का जिम्मा संभाला. जांच में पता चला कि इन अकाउंट्स से रकम क्लोन कार्ड के जरिए पार की गई है. इंटेलिजेंस इनपुट व सर्विलांस की मदद से दो आरोपियों सूरज यादव व सुजीत यादव को अरेस्ट किया. पुलिस ने उनके कब्जे से एक लैपटॉप, एक स्किमर डिवाइस, एक कार्ड राइटर व आठ ब्लैंक कार्ड बरामद किये. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया था कि उन्होंने स्किमर डिवाइस ऑनलाइन शॉपिंग साइट से मंगवाई और खुद ही यह धंधा चालू कर दिया. उन्होंने बताया कि वे लोग एटीएम में ऐसे लोगों को अपना शिकार बनाते जो एटीएम मशीन को ठीक से हैंडल नहीं कर पाते. उनकी मदद के नाम पर वे लोग उनका कार्ड स्किमर से रीड कर लेते और उनका पासवर्ड देख लेते. इसके बाद उनके कार्ड का क्लोन तैयार कर बैंक अकाउंट से रकम पार कर देते थे. उन्होंने पुलिस को कई शॉपिंग साइट के नाम बताए जहां यह डिवाइस आसानी से उपलब्ध है.

कार्ड क्लोनिंग से इस तरह बचें

- रुपये निकालते वक्त एटीएम में किसी से भी मदद न लें

- एटीएम से रुपये निकालते वक्त वहां कोई दूसरा शख्स मौजूद न हो

- रेस्टोरेंट या अन्य शोरूम में कार्ड स्वैप कराते वक्त ध्यान दें कि वह स्वैपिंग मशीन के अलावा कार्ड को कहीं और न स्वैप करे

- एटीएम मशीन की जांच कर इसकी पुष्टि कर लें कि कार्ड स्वैपिंग सेक्शन में स्किमर तो नहीं लगा है

Posted By: Kushal Mishra