DHANBAD : लाल झंडा के गढ़ निरसा में गुरुवार दिन में करीब ग्यारह बजे भाजपा समर्थकों से झड़प में मासस कार्यकर्ता माखन रविदास की मौत हो गई। इस क्रम में निरसा के विधायक सह मासस प्रत्याशी अरूप चटर्जी के साथ भी मारपीट की गई। अरूप के अंगरक्षकों ने हमलावरों को खदेड़कर उन्हें सुरक्षित निकाला। इस घटना के बाद निरसा में मासस व भाजपा समर्थकों में भारी तनाव है। मृतक का शव निरसा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पड़ा था। मासस समर्थक वहां बड़ी संख्या में जुटे हुए थे और पुलिस को शव उठाने नहीं दे रहे थे। निरसा थाना से महज चार सौ गज दूर पिठाक्यारी शहीद मैदान में करीब आधे घंटे से अधिक समय तक दोनों के समर्थकों के बीच झड़प होती रही बावजूद पुलिस मौके पर नहीं पहुंची।

ऐसे घ्ाटी घटना

गुरुवार को मासस की चुनावी रैली पिठाक्यारी शहीद मैदान से निकलने वाली थी। रैली में शामिल होने के लिए मासस के कई कार्यकर्ता बाइक से सुबह दस बजे ही मैदान पहुंच गए थे। इधर गांव के ही कुछ लोग शहीद मैदान में भाजपा का झंडा गाड़कर डटे हुए थे। ये लोग कुछ माह पूर्व ही मासस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। उन्होंने रैली के लिए पहुंचे मासस कार्यकर्ताओं को यह कहकर भगा दिया कि यह मैदान उनकी रैयती जमीन है। यहां से वे मासस की रैली नहीं निकालने देंगे। सूचना पाकर विधायक अरूप चटर्जी चंद समर्थकों समेत वहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस मैदान में ख्भ् साल से शहीद मेला लग रहा है। यदि जमीन आपकी है, तो कागज दिखाएं। इस सवाल पर वे लोग भड़क गए और विधायक के साथ हाथापाई कर दी। विधायक के अंगरक्षकों ने तुरंत मोर्चा संभाल लिया और विरोध करने वालों को हटाया। इस क्रम में उन्होंने पिठाक्यारी के ही मासस कार्यकर्ता माखन रविदास की पिटाई लात-घूंसा से शुरू कर दी। माखन वहीं गिर पड़ा। दोनों ओर से रोड़ेबाजी शुरू हो गई। मासस समर्थकों ने माखन को उठाकर अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

Posted By: Inextlive