भगदड़ के दौरान हार्ट अटैक से एक हवलदार की मौत। राजापाड़ा गांव में प्रधान के घर से दोनों नाबालिग बरामद।


ranchi@inext.co.inPAKUR : श्रीधर पाड़ा गांव में रविवार को दुर्गा पूजा मेला देखने पहुंची (बंगाल के बीरभूम जिले के नलहटी निवासी) दो नाबालिग लड़कियों के साथ बंगाल के ही पांच युवकों ने छेडख़ानी की। विरोध करने पर पीडि़ता की मां व टोटो चालक को पीटकर दोनों किशोरियों को अगवा कर राजापाड़ा गांव के ग्राम प्रधान विनोद मरांडी के घर पर दो दिनों तक रखा। सूचना पाकर छापेमारी को गई पुलिस टीम पर स्थानीय ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। इस बीच मची भगदड़ के चलते एक हवलदार की हार्ट अटैक से मौत हो गई। पुलिस ने मशक्कत के बाद दोनों किशोरियों को बरामद कर प्रधान को हिरासत में लिया है। इस मामले में पुलिस से कोई शिकायत नहीं की गई है। पुलिस मामले को प्रेम प्रसंग बता रही है।क्या है मामला


बताते हैं कि नाबालिग के परिजनों से सूचना मिलने के बाद मंगलवार की रात एसडीपीओ शशि प्रकाश के नेतृत्व में लिट्टीपाड़ा, महेशपुर व पाकुडिय़ा थाने की पुलिस टीम ने राजापाड़ा गांव में छापेमारी की। दोनों नाबालिगों को पुलिस ने यहां से बरामद कर लिया। इधर प्रधान के घर छापेमारी से स्थानीय ग्रामीण भड़क गए। जब दोनों को पुलिस थाने ला रही थी तभी ग्रामीणों ने पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। इससे भगदड़ मच गई। इससे पुलिस टीम के साथ गए लिट्टीपाड़ा थाना के हवलदार रामबाबू सिंह को हार्टअटैक हो गया। उसको पुलिस टीम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई। जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। 

बंगाल की दो किशोरियों को प्रधान ने दो दिन अपने घर पर रखा। पुलिस ने दोनों को मुक्त करा लिया है। पुलिस को पीडि़त पक्ष ने कोई शिकायत नहीं दी है। हालांकि पुलिस पर पथराव के मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई होगी। मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा है। हवलदार की मौत दिल का दौरा पडऩे से हुई है।शैलेन्द्र प्रसाद वर्णवाल, एसपी,पाकुड़ दिल्ली में फिर बेची गई रांची की एक युवतइसके अलावा रांची के मांडर थाना क्षेत्र की एक युवती पिछले तीन महीने से दिल्ली में बंधक बनी हुई है। उसका दिल्ली में सौदा हो चुका है। वह चाहकर भी बंधन से मुक्त नहीं हो पा रही है। उससे जबरन घरेलू कार्य करवाया जा रहा है। यह शिकायत बाल अधिकार कार्यकर्ता बैद्यनाथ कुमार की है। उन्होंने रांची के ग्रामीण एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग से लिखित शिकायत कर उक्त युवती को मुक्त कराने का आग्रह किया है। इसकी लिखित सूचना दिल्ली की शक्ति वाहिनी व दिल्ली महिला आयोग को दी गई है। महिला दलाल ले गई थी दिल्ली


मांडर के टांगरबसली में रहने वाले प्यागो उरांव की पत्नी निशा देवी तीन महीने पहले ही युवती को काम कराने के नाम पर दिल्ली ले गई थी। दिल्लीमें ले जाकर निशा देवी ने उक्त युवती को दिल्ली के संतनगर स्थित प्लेसमेंट एजेंसी के संचालक यमुना व अशोक के पास बेच दिया था। यमुना व अशोक ने उसे बसंत बिहार निवासी अमिया वर्मा के यहां घरेलू कार्य पर लगवा दिया।

Posted By: Mukul Kumar