- ट्यूजडे को हुए हंगामे के बाद खफा होकर उठाया कदम

- वीसी ने नहीं स्वीकार किया स्तीफा, कहा वापस आना होगा

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ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के डीन स्टूडेंट वेलफेयर (डीएसडब्ल्यू) प्रोफेसर जगदम्बा सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इससे कैम्पस में चर्चाओं का बाजार भी गर्म हो गया है। डीएसडब्ल्यू ने यह फैसला ट्यूजडे को उनके कार्यालय में हुए हंगामे के बाद लिया है। उन्होंने अपने इस्तीफा की कॉपी वाइस चांसलर को भी भेज दी है। फिलहाल तो वीसी ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया है और वे उन्हें वापस बुलाने पर अड़ गए हैं। प्रो। जगदम्बा सिंह करेंट में केमेस्ट्री डिपार्टमेंट के हेड और डायरेक्टर एडमिशन भी हैं। इसके अलावा वे एयू की कई अन्य इम्पार्टेट बाडीज में भी शामिल हैं।

वापस न लौटने पर अड़े

गौरतलब है कि ट्यूजडे को वुमेंस हास्टल की हास्टलर्स डीएसडब्ल्यू ऑफिस पहुंची थीं। वहां उन्होंने हास्टल की फीस कम कराने की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया था। इस दौरान हास्टलर्स ने उनसे मिसबिहैव भी किया था। उनके साथ मौजूद कुछ स्टूडेंट लीडर्स ने भी तैश में आकर प्रो। सिंह को अपशब्द कह दिया था। स्टूडेंट्स ने उनसे इस्तीफे की भी मांग की थी। जिसके बाद डीएसडब्ल्यू ने अपने पद से इस्तीफा दिया है। इसकी कॉपी वीसी को भेजते हुए उनसे साफ शब्दों में कह दिया है कि वे उन्हें रिलीव कर दें। इस बारे में प्रो। सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हास्टल की फीस पहले ही कम की जा चुकी है। फीस और कम नहीं की जा सकती। उन्होंने इस्तीफा दिए जाने की बात को भी स्वीकार किया और कहा कि अब वे किसी कीमत पर वापस नहीं लौटेंगे।

वीसी ने नहीं किया है स्वीकार

भले ही डीएसडब्ल्यू वापस न आने पर अड़ गए हों, लेकिन उनके इस्तीफे को वाइस चांसलर प्रोफेसर एनआर फारूखी ने नकार दिया है। प्रोफेसर फारूखी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि करेंट में एयू के हालात सही नहीं हैं। ऐसे में इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया जा सकता। जब उनसे यह पूछा गया कि अगर आपके इस्तीफा स्वीकार न किए जाने के बाद भी प्रो। सिंह वापस नहीं लौटे तो क्या होगा? इस पर उन्होंने कहा कि वे वापस लौटेंगे उन्हें बुलाया जाएगा। कहा कि इस तरह के घटनाक्रम पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। कोई भी शिक्षक अपमानजनक माहौल को बर्दाश्त नहीं कर पाता तो इस तरह का निर्णय ले लेता है।

लम्बी है इस्तीफा देने वालों की फेहरिस्त

फिलहाल तो एयू के हालातों के मद्देनजर यह कोई पहला वाकया नहीं है, जब किसी ने अपने पद से इस्तीफा दिया हो। इससे पहले एयू के वाइस चांसलर प्रो। एके सिंह और फाइनेंस ऑफिसर पीके सिंह भी अपने पद से इस्तीफा देकर जा चुके हैं। उनसे पहले रजिस्ट्रार प्रो। बीपी सिंह, चीफ प्रॉक्टर प्रो। आरके उपाध्याय भी अलग अलग मामलों में इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं। एयू एडमिनिस्ट्रेशन के असहयोगात्मक रवैये के कारण पत्राचार पाठ्यक्रम एवं सतत शिक्षा संस्थान के डायरेक्टर प्रो। मनमोहन कृष्ण और पंत हास्टल के प्राचार्य प्रोफेसर आरआर यादव भी इस्तीफा देने के बाद से लौटने को तैयार नहीं हैं।

मेरे पास कई पदों की जिम्मेदारी है। ऐसे में डीएसडब्ल्यू जैसा पद संभालना मुश्किल भरा काम है। एयू एडमिनिस्ट्रेशन के असहयोगात्मक रवैये से भी मुझे पीड़ा पहुंची है।

प्रो। जगदम्बा सिंह, इस्तीफा दे चुके डीएसडब्ल्यू

Posted By: Inextlive