शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह व ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच हुई अमृतसर संधि का ऐतिहासिक दस्तावेज नीलाम हो गया. यह दस्तावेज 204 वर्ष पुराना था. बुधवार रात को इंग्लैंड की कंपनी ‘मूलॉक आक्शन हाउस’ ने सिख राज का यह ऐतिहासिक दस्तावेज 3400 पाउंड करीब साढ़े तीन लाख रुपये में बेचा. इसकी कीमत 800 पाउंड अस्सी हजार रुपये तक रखी गई थी. यह ऐतिहासिक दस्तावेज किसने खरीदा इसके बारे में कंपनी ने कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई. संधि में ईस्ट इंडिया कंपनी के तत्कालीन अधिकारी चार्ल्‍स टी मेटकॉफ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.


ऐतिहासिक स्टांप व फोटोग्राफ भी नीलामअमृतसर संधि के अतिरिक्त मूलॉक आक्शन हाउस महाराजा रणजीत सिंह के ऐतिहासिक स्टांप व फोटोग्राफ को भी नीलाम किया गया. सिख गुरुओं के वाटर कलर के चित्र 440 (44 हजार रुपये) पाउंड में नीलाम किए गए. इसके अतिरिक्त 19वीं शताब्दी की सिख इतिहास से संबंधित अंग्रेजी, पंजाबी की पुस्तकों की भी बोली की गई. शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने इन दस्तावेजों को खरीदने में कोई रुचि नहीं दिखाई. यही नहीं बर्मिंघम में गुरु नानक निष्काम सेवक सभा ने भी इनके प्रति बेरुखी दिखाई है. अमृतसर संधि स्टेट आफ लाहौर (महाराजा रणजीत सिंह की राजधानी) व ब्रिटिश सरकार के बीच ‘शाश्वत मित्रता’ की आधारशिला रखी थी. Report by: Ashok Neer (Dainik Jagran)

Posted By: Satyendra Kumar Singh