- गर्मी के चलते बंद पड़ा जांच अभियान

- भुगतना सिर्फ लखनवाइटस को पड़ रहा

sanjeev.pandey@inext.co.in

LUCKNOW: चिपचिपी गर्मी से बचने के लिए लोग राजधानी में सफर करने वाले सिटी बसों की भीड़ से किनारा कर ऑटो ले रहे हैं। लेकिन, वहां भी उन्हें सुकून नहीं मिल रहा है। निर्धारित सवारियों से अधिक बिठाए जाने के कारण वहां भी उन्हें गर्मी से दो-दो हाथ करने पड़ रहे हैं। आरटीओ विभाग के अधिकारी इस गर्मी में या तो ऑफिस में टाइम दे रहे हैं या फिर एसी गाड़ी में। इसी के चलते इन दिनों शहर में ऑटो की चेकिंग ठप पड़ी है और ये ऑटो संचालक मनमानी पर उतर आए हैं।

नहीं मानते कोई मानक

राजधानी में इस समय भ्भ्00 ऑटो संचालित हो रहे हैं। शहर में चलने वाले ऑटो में मात्र तीन सवारी बिठाने का आदेश है। आगे वाली सीट पर सिर्फ ड्राइवर को ही छूट है। इस पर सवारियां बैठाना मना है। लेकिन, ऑटो संचालक आगे वाली सीट पर एक नहीं दो-दो सवारियां बिठा लेते हैं। इसके अलावा पीछे वाली सीट पर भी तीन नहीं चार से पांच सवारियां बिठाई जाती हैं। ऐसे में इस गर्मी में ऑटो में बैठी सवारियों के पसीने छूट जाते हैं। सिटी बस छोड़कर जहां वे खुले में बैठने की चक्कर में ऑटो पकड़ते हैं वहां उनकी मुश्किलें दोगुनी हो जाती हैं। तमाम पैसेंजर्स ने बताया कि कई बार इस बात को लेकर ऑटो ड्राइवर्स से कहासुनी भी हो चुकी है। पिछले एक हफ्ते से ऑटो के खिलाफ कोई एक्शन भी नहीं लिया जा रहा है।

दो कुर्सी खाली

आरटीओ डिपार्टमेंट के अधिकारियों की माने तो पिछले एक हफ्ते से एक भी ऑटो के खिलाफ चालान नहीं किया गया है। इसका सबसे बड़ा कारण यह मौसम है। गर्मी के कारण अधिकारी सुबह ही निकलते हैं और बाद में एसी कमरों में ही दिखते हैं। हाल यह है कि पिछले एक हफ्ते में पांच ऑटो बंद किए गए हैं, जिनके पास परमिट नहीं था। इसके अलावा सिर्फ सुबह के समय डीजल वाले टैम्पों के खिलाफ ही अभियान चलाया जा रहा है। आरटीओ डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने यह भी बताया कि यहां पर एआरटीओ प्रवर्तन के तीन पद हैं, जिनमें दो खाली पड़े हैं। सिर्फ एक व्यक्ति ही छापेमारी में व्यस्त हैं। आरटीओ प्रवर्तन और आरटीओ के पास ऑफीशियल काम से फुर्सत ही नहीं है कि वे इस अभियान को चला सकें।

कई अधिकारी छुट्टी पर थे जो हाल ही में वापस लौटे हैं। रही बात खाली पदों की तो उन्हें ट्रांसफर कर जल्द से जल्द भरा जाएगा। ऑटो संचालकों के खिलाफ चल रहा अभियान अधिकारियों की कमी के चलते ही ठप हुआ है। जल्द ही इसे फिर चालू किया जाएगा।

जयशंकर तिवारी

आरटीओ

निर्धारित सवारियों से अधिक पाए जाने पर संबंधित ऑटो को दो से तीन महीने तक बैन कर दिया जाता है। उन्हें शहर में चलने की छूट नहीं होती है। ऑटो संचालकों के खिलाफ अभियान लगातार चलता है।

आरपी सिंह

एआरटीओ प्रवर्तन

Posted By: Inextlive