-डाक बंगला चौराहे पर जमा हुए चालक, करना पड़ा रूट चेंज

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PATNA: केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों में प्रबंधन पक्षीय संसोधन के विरुद्ध राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) बिहार की ओर से 2 दिवसीय हड़ताल की शुरुआत मंगलवार को की गई। 12 सूत्रीय मांगों को लेकर 10 केंद्रीय श्रमिक संगठन शामिल हुए। संगठनों के कार्यकर्ता डाक बंगला चौराहे पर जमा होकर आवाज उठाई। कर्मियों की भीड़ को देखते हुए पुलिस को कई स्थानों पर रूट बदलना पड़ा। पुलिस ने कोतवाली के पास रूट में परिवर्तन किया। जिससे वाहनों को कोतवाली के पीछे से होकर पुन: डाक बंगला चौराहे पर पहुंचने का रास्ता साफ हुआ। पूर्व अनुमान से विपरित शहर भर में ऑटो और ई-रिक्शा बिना किसी व्यवधान चलते रहे। लोगों ने अपना सफर पूरा किया।

ऑटो चालक बोले, बंद करेंगे कारोबार

कर्मचारी संगठनों ने अपनी मांगों को लेकर किए जा रहे आंदोलन में सहयोग के लिए शहर के ऑटो चालकों से सवारियां न ढोने की अपील की थी। लेकिन अपने कारोबार और पब्लिक की परेशानी को ध्यान में रखते हुए शहर के सभी ऑटो बिना किसी अवरोध दिनभर अलग-अलग रूट पर चलाए गए। ऑटो चालकों ने कहा कि संगठनों के दबाव का अभीतक कोई खास असर तो नहीं दिख रहा लेकिन अगर पब्लिक सुरक्षा पर संकट दिखी तो वे बुधवार को ऑटो का परिवहन ठप कर सकते हैं।

केंद्र सरकार को घेरा

इंटक के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश ने जुलूस में शामिल कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार मजदूरों के आंदोलन को दबाना चाह रही है। श्रम कानूनों के अनुपालन को लेकर सरकार ने उद्योगपति और संस्थानों के प्रबंधन को खुली छूट दे रखी है। इसकी वजह से न्यूनतमक मजदूरी, ईएसआई, पीएफ और बोनस आदि मजदूरों को नहीं मिल पा रहा है।

कोतवाली के पास एक घंटे तक जाम

कोतवाली के पास वाहन रूट बदलने से एक घंटे तक डाक बंगला रोड जाम की समस्या से जूझता रहा। इनकम टैक्स के आगे कोतवाली के रास्ते वाहनों को पुन: डाक बंगला चौराहे के लिए भेजा गया। जिससे जाम लग गई। इधर, डाक बंगला चौराहे पर दोपहर 2 बजे कर्मचारियों की भीड़ और चारों तरफ से वाहनों का आवागमन ठप होने की वजह से लोगों को पैदल यात्रा करके अपना सफर तय करना पड़ा। लोगों के लिए रिक्शा ही अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए एक विकल्प बच गया था।

Posted By: Inextlive