-वंदेमातरम् संघर्ष समिति के फाउंडर आलोक मेहरोत्रा का हर दिन है देश के नाम

KANPUR: हे जन्मभूमि भारत, हे कर्मभूमि भारतहे वंदनीय भारत, अभिनंदनीय भारतमहिमा महान तू है, गौरव निधान तू हैतू प्राण है हमारी, जननी समान तू है, तेरे लिए मरेंगेतेरे लिए जिएंगेइस देश के बिना हम जीवित नहीं रहेंगेमन में देशभक्ति की ये भावना लिए पिछले क्0 सालों से देश के शहीदों को याद कर रहे हैं वंदेमातरम् संघर्ष समिति के फाउंडर और अध्यक्ष आलोक मेहरोत्रा। अपनी समिति के दस मेंबर्स के साथ आलोक शहरवासियों के दिल में देशभक्ति की अलख जगा रहे हैं।

क्0 वषार्े का सफर

संघर्ष समिति के अध्यक्ष आलोक मेहरोत्रा के मुताबिक, चौराहों और पार्को में लगीं वीरों की मूर्तियों की खराब स्थिति देखकर क्0 वर्ष पहले मन में ख्याल आया कि हमको कुछ करना चाहिए। ऐसे में कुछ दोस्तों के साथ मूर्तियों को साफ करना और उनको सम्मान देने का काम शुरू किया। कई बार लोगों के मजाक का भी पात्र बनना पड़ा लेकिन मन में इस विश्वास के साथ कि देश के लिए मर मिटने वाले वीरों का सम्मान अंतिम सांस तक करेंगे, अपना काम जारी रखा। कुछ महीनों बाद दोस्तों की सलाह पर वंदेमातरम् संघर्ष समिति नाम की संस्था बनाई और फिर बिना किसी की परवाह किए आगे बढ़ने लगे। शुरुआत में संस्था में मैं अकेला था लेकिन जैसे-जैसे कारवां बढ़ता गया लोग जुड़ते गए। आलोक बताते हैं कि सन् ख्00ब् में संस्था बनाने के बाद इसमें क्0 मेंबर्स जुड़े। इसके बाद इससे जुड़ने वालों की संख्या में इजाफा होता गया।

दे रहे शहीदों के बारे में जानकारी

आलोक बताते हैं कि जो वीर देश के खातिर मरमिटे उनके बारे में लोग जानते तक नहीं हैं। ऐसे वीरों के बारे में बच्चों से लेकर बड़ों तक को उनकी समिति के लोग बताते हैं। वीर कुंवर सिंह, अजीमुल्ला खां, प्रफुल्ल चंद्र चाकी, मदनलाल धींगरा, रोशनी सिंह को जन्मतिथि और पुण्य तिथि पर याद करते हैं। आलोक बताते हैं कि तात्या टोपे के वंशज को नौकरी दिलाने के लिए भी संघर्ष किया। क्0 मई को रोटी और कमल आंदोलन शुरू किया। लोगों को इसका महत्व बताया।

Posted By: Inextlive