हाफिज और लखवी का खास कारिंदा है गिद्दा

- लाहौर में कई साल तक लश्कर के लिए किया काम

- बोस्निया और चेचन्या में अमेरिकी फौज से भी लड़ा

- हैदराबाद पुलिस ने 35 संदिग्धों की लिस्ट में था शामिल

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LUCKNOW : मंगलवार को लखनऊ एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया आतंकवादी अब्दुल अजीज उर्फ गिद्दा लश्कर-ए -तोएबा के चीफ हाफिज सईद और कुख्यात आतंकी जकीउर रहमान लखवी का खास कारिंदा है। देश में लश्कर की जड़े जमाने में गिद्दा ने खास भूमिका अदा की थी। यही वजह थी कि हैदराबाद पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए केन्द्र सरकार से खास तौर पर आग्रह किया और बाद में उसकी सजा पूरी होने पर उसे डिपोर्ट कराने में सफलता हासिल की।

बोस्निया और चेचन्या भी गया था

अब्दुल अजीज उर्फ गिद्दा का नाम देश के मोस्ट वांटेड टेररिस्ट में शामिल किया जाता है। दरअसल वर्ष 1989 से 1992 के बीच गिद्दा सऊदी अरब गया जहां वह जेहादी गतिविधियों से प्रभावित हो गया। 1994 में वह बोस्निया गया और आतंकी संगठनों के लिए काम करने लगा। साल भर बाद उसने चेचन्या की राह पकड़ी। इसी बीच अमेरिका ने इराक पर अपना दबाव बढ़ाया तो गिद्दा अमेरिकी फौज से लड़ने के लिए हैदराबाद के युवकों को तैयार करने में जुट गया। कुछ युवकों को उसने इसके लिए राजी भी कर लिया। इराक के बाद उसने अफगानिस्तान में हुई लड़ाई में भी अहम भूमिका निभाई। बाद में लाहौर में उसने अपना ठिकाना बना लिया। लाहौर में रहने के दौरान वह हाफिज सईद और लखवी के सीधे सम्पर्क में आ गया। इसके बाद उसने हैदराबाद के कई युवकों को लश्कर का स्लीपिंग मॉड्यूल बनाने की कवायद शुरू कर दी।

2001 में हुआ था गिरफ्तार

हैदराबाद लौटने के बाद उसने कई युवकों को कोलकाता के रास्ते बांग्लादेश भेजा जहां से उन्हें आतंकी ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान ले जाया गया। गिद्दा की गतिविधियां बढ़ती देख हैदराबाद पुलिस ने उसे 2001 में गिरफ्तार कर लिया। उस पर फर्जी पासपोर्ट के जरिए कई देशों की यात्रा करने का आरोप था। वर्ष 2004 में वह पेशी के दौरान फरार हो गया और दोबारा सऊदी अरब भाग गया। उसके बाद से ही तेलंगाना पुलिस को उसकी तलाश थी। वर्ष 2013 में हैदराबाद पुलिस ने नार्थ ब्लॉक को लश्कर के 35 संदिग्ध आतंकियों की सूची सौंपी जिसमें गिद्दा का भी नाम था। बाद में इस बाबत सऊदी अरब सरकार से सम्पर्क साधा गया।

अवैध वीजा के फेर में गया जेल

गिद्दा को सऊदी अरब में अवैध तरीके से वीजा हासिल करने के फेर में दबोचा गया था। भारत सरकार के अनुरोध पर सजा पूरी होने के बाद सऊदी हुकूमत ने उसे इंडिया डिपोर्ट कर दिया गया था। तेलंगाना पुलिस ने गिद्दा का अरेस्ट करने के लिए रेड कार्नर नोटिस भी जारी किया था। इंडिया डिपोर्ट करने की जानकारी सऊदी सरकार ने तेलंगाना पुलिस को भी दी थी। जिसके लिए तेलंगाना पुलिस एक दिन पहले ही लखनऊ पहुंच गयी और एटीएस से मदद मांगी। गिद्दा जेद्दा से मंगलवार को लखनऊ पहुंचा जहां पहले से एलर्ट आईबी और एटीएस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

ट्रांजिट रिमांड पर भेजा गया तेलंगाना

आईजी एटीएस असीम अरुण ने बताया कि अब्दुल अजीज पर तेलंगाना में कई केस दर्ज है। उसे मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर ट्रांजिट रिमांड ली गयी। तेलंगाना पुलिस उसे लेकर हैदराबाद के लिए रवाना हो गयी है। एटीएस के सूत्रों के मुताबिक गिद्दा ने लश्कर ए तोएबा से जुड़ी कई जानकारियां आईबी और यूपी एटीएस को दी है। एटीएस को अंदेशा था कि गिद्दा का सम्पर्क यूपी से जुड़े लश्कर और आईएम के आतंकियों से भी है। फिलहाल उसका यूपी से कोई लिंक नहीं तलाशा जा सका है।

Posted By: Inextlive