आरयू का फोटो---

यह भी जानें

-6.14 लाख कैंडिडेट्स ने बीएड में कराया था रजिस्ट्रेशन

-10 परसेंट सीटें बढ़ाने पर अभी नहीं हुआ फैसला

-3 हजार सीटें रह गई हैं खाली

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- 2.13 लाख सीटों पर हुए 2.10 लाख एडमिशन, सीटें भरने से प्राइवेट कॉलेजेज में खुशी का माहौल

-पिछले साल आधी से ज्यादा सीटें रह गई थी खाली, बंद होने की कगार पर आ गए थे कई प्राइवेट कॉलेज

बरेली : बीएड में एडमिशन की चुनौती से जूझ रहे कॉलेजज में खुशी का माहौल है। क्योंकि बीएड की 99 परसेंट सीटें फुल हो गई हैं। बीएड में इस बार 2.13 लाख सीटों पर रिकॉर्ड 2.10 लाख एडमिशन हुए हैं। अब सिर्फ तीन हजार सीटें खाली रह गई हैं। जबकि पिछले कुछ सालों से बीएड की आधी सीटें खाली रह जाती थीं। इसकी वजह से रुहेलखंड यूनिवर्सिटी के करीब आधा दर्जन कॉलेज बंद होने की कगार पर पहुंच गए थे। वहीं एडमिशन न होने से इसमें कुछ कॉलेज बंद भी हो गए हैं।

आरयू के सभी कॉलेजेज फुल

बीएड की फ‌र्स्ट राउंड की काउंसलिंग में सभी सरकारी और एडेड कॉलेजेज में सीटें फुल हो गईं। इसके बाद निजी कॉलेजेज में कैंडिडेट्स ने सेकंड राउंड और पूल काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लिया था। सेकंड राउंड काउंसलिंग में बरेली के निजी कॉलेजेज की सीटें फुल होने की कगार पर थीं। पूल काउंसलिंग में सबसे पहले बरेली की सीटें फुल हो गई। इसके बाद दूसरे डिस्ट्रिक्ट की सीटें ही खाली बची थीं। इसमें सबसे कम सीटें एमजेपीआरयू के पास दूसरे डिस्ट्रिक्ट की निजी कॉलेजेज की बची थीं, वह भी डायरेक्ट एडमिशन के दौरान फुल हो गईं। फिलहाल अब बीएड में डायरेक्ट एडमिशन की प्रक्रिया भी समाप्त हो चुकी है।

5.66 लाख ने दिया था एग्जाम

बीएड में एडमिशन के लिए इस बार 6.14 लाख कैंडिडेट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जबकि 5.66 लाख कैंडिडेट्स ने एग्जाम दिया था। तीन स्टेप की काउंसलिंग के बाद आरयू ने डायरेक्ट एडमिशन की मोहलत देकर सीटें भरी हैं।

एडमिशन का फंसा पेच

जनरल कास्ट के आर्थिक रूप से पिछड़े स्टूडेंट्स के लिए रिजर्व दस परसेंट सीटों पर एडमिशन को लेकर संशय बना है। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) ईडब्ल्यूएस के लिए दस परसेंट सीटें बढ़ोतरी के लिए हरी झंडी मिल चुकी है। मगर, सीट बढ़ोतरी पर शासन का रुख साफ न होने का पेच फंसा है।

शासन को लिखा पत्र

प्रवेश परीक्षा आयोजक एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय प्रशासन इस उलझन में है कि सीटें किस प्रक्रिया के अंतर्गत बढ़ाई जाएं। प्रदेश की सभी 2.13 लाख सीटों के सापेक्ष बढ़ोतरी की जाए या विवि की। बहरहाल, इसके लिए शासन को पत्र लिखा गया है। ताकि सीट बढ़ोतरी की स्थिति साफ हो जाए तो ईडब्ल्यूएस के तहत एडमिशन प्रक्रिया शुरू की जा सके।

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लंबे समय के बाद प्रदेश में बीएड की इतनी सीटें भरी हैं। ईडब्ल्यूएस की सीट बढ़ोतरी की तस्वीर साफ होते ही प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

-प्रो। बीआर कुकरेती, समन्वयक राज्य प्रवेश परीक्षा बीएड

Posted By: Inextlive