- बीएड परीक्षा के पहले दिन दूर से आए स्टूडेंट्स हुए परेशान

- स्टूडेंट्स के साथ परिजन और उनके वाहनों की जमकर भीड़

Meerut: यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों में बीएड एग्जाम तो शुरू हो गए, लेकिन परीक्षा मजाक सी बन गई। जिसमें करीब चार हजार से अधिक स्टूडेंट्स परीक्षा ही नहीं दे पाए। कुछ को सेंटर नहीं मिले तो कुछ को एडमिट कार्ड नहीं मिले। साथ ही परीक्षा के पहले दिन मानो शहर में मेला सा लगा रहा। जहां शहर में बनाए गए सभी सेंटर्स के बाहर जमकर जाम रहा। दूर-दूर से आए स्टूडेंट्स को काफी समस्या का भी सामना करना पड़ा। काफी स्टूडेंट्स अपने सेंटर पर पहुंच गए, लेकिन बहुत से स्टूडेंट्स को सेंटर के लिए भटकना पड़ा। काफी स्टूडेंटस सेंटर्स पर लेट भी पहुंचे। दोपहर की शिफ्ट के चलते स्टूडेंट्स पहले ही पहुंच गए।

यह रहा एग्जाम सीन

यूनिवर्सिटी द्वारा ख्9 सितंबर से बीएड एग्जाम शुरू करा दिए गए। यह एग्जाम बीएड सेशन ख्0क्फ्-क्ब् में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स के हो रहे हैं। लेकिन इनमें अभी डायरेक्ट एडमिशन लेने वाले करीब चार हजार स्टूडेंट्स एग्जाम में शामिल नहीं हो पाए। यूनिवर्सिटी की ओर से मेरठ में बीएड की मुख्य परीक्षा के लिए करीब बीस सेंटर बनाए गए हैं। इसके साथ ही डायरेक्ट एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स के लिए शहर में तीन सेंटर्स बनाए गए थे। डायरेक्ट एडमिशन वालों के लिए तीन सेंटर्स में एक शास्त्री नगर स्थित सियाराम कस्तूरी देवी, दूसरा आरजी पीजी कॉलेज और तीसरा गढ़ रोड स्थित सीपीई कॉलेज सिसौली बनाया गया।

लगाते रहे दौड़

करीब दस जिलों के स्टूडेंट्स के एडमिशन मेरठ के कॉलेजों में हैं। जिनको दूर जिलों से यहां मेरठ में एग्जाम देने आना पड़ा है। शुक्र रहा कि एग्जाम दोपहर में हुआ। इसके चलते स्टूडेंट्स अपने सेंटर्स पर समय से पहुंच पाए। लेकिन हालत काफी खराब थी। दूर से आने वाले स्टूडेंट्स अपने परिजनों के साथ आए थे। इसके चलते मेरठ कॉलेज, आरजी कॉलेज, डीएन कॉलेज के बाहर वाहनों की काफी भीड़ थी। ऐसे में स्टूडेंट्स भी पढ़ाई के लिए कॉलेज के बाहर ही बैठ गए थे। कपड़े बिछाकर पढ़ाई करने में लगे थे। एग्जाम होने तक उनके परिजन भी कॉलेजों के बाहर जमावड़ा लगाए खड़े थे। जिससे लोगों को भी काफी परेशानी हुई।

Posted By: Inextlive