-बोले, महज आरोप लगने पर लोकसभा से इस्तीफा दिया था आडवाणी ने, निर्दोष साबित होकर ही लौटे

-सभी विधायक और सीएम इस्तीफा देकर सीबीआइ जांच करा लें, हम भी हैं तैयार

रांची : झारखंड विकास मोर्चा के छह विधायकों को 11 करोड़ देकर भाजपा में मिलाने का आरोप लगानेवाले बाबूलाल मरांडी अपनी बात पर डटे हुए हैं। भाजपा ने उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा करने की बात कही थी जिसके जवाब में मरांडी ने कहा कि धमकी देने के बदले भाजपा मामले की जांच करा ले। कोर्ट में भी जाएंगे तो हम यही कहेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी ही परंपरा को याद करे, जब हवाला का आरोप लगने के बाद आडवाणीजी ने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया था और आरोप मुक्त होने के बाद ही वापस आए। इसी तरह रघुवर दास और झाविमो से भाजपा में गए विधायकइस्तीफा देकर मामले की निष्पक्ष जांच कराएं। सीबीआइ जांच करा लें कि चिट्ठी में किसकी हैंडराइटिंग है। रविवार को केंद्रीय कार्यालय में संवाददाताओं से बात करते हुए मरांडी ने दावा किया कि भाजपा इस मामले की जांच से भाग रही है लेकिन झारखंड विकास मोर्चा जब भी सत्ता में आया तो इस मामले की जांच जरूर होगी। 2019 में इस मामले की जांच तय है। कोर्ट घसीटने की बात पर मरांडी ने कहा कि भाजपा चोरी भी कर रही, सीनाजोरी भी। हस्ताक्षर की जांच करा ले सरकार, हमारे लोग भी अपना हस्ताक्षर मिलवा लेंगे।

Posted By: Inextlive