आगरा। प्रदेश में नई जेलें तो बनाई ही जाएगीं। इसके अलावा जेलों की क्षमता में भी इजाफा किया जाएगा। इसी क्रम में आगरा की जिला जेल में 90 लाख रुपये की लागत से बैरकें बनाई जा रही हैं। रविवार को आगरा आए कारागार राज्यमंत्री जय कुमार जैकी ने सर्किट हाउस में समीक्षा मीटिंग के दौरान ये बातें कहीं। प्रदेश के कारागार राज्यमंत्री ने जेल अधीक्षकों से कहा कि जेल में सरकार की मंशा के अनुरुप सुविधाएं होनी चाहिए।

अन्य जेलों में चल रहा निर्माण

कारागार राज्यमंत्री ने बताया कि जेलों की क्षमता तो बढ़ाई ही जाएगी। आगरा की जिला जेल में 150 बंदियों को रखने की व्यवस्था की जाएगी। निर्माण कार्य से तात्कालिक क्षमता में इजाफा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा चित्रकूट, अम्बेडकर नगर, इलाहाबाद, औरैया, हाथरस आदि अनेक जेलों में निर्माण चल रहा है।

ऑटोमैटिक रोटी मेकर लगाए

उन्होंने बताया आगरा जिला जेल में शासन एवं समाज सेवी संस्थाओं द्वारा बंदियों के लिए अनेक सुविधाओं को उपलब्ध कराये जाने के लिए अनेक कार्य किए हैं। इसके अन्तर्गत ऑटामैटिक रोटी मेकर मशीन लगाई गई है। बैरकों में गर्म रोटी पहुंचाने के लिए प्रत्येक बैरक के हिसाब से हॉटकेस हैं। बंदियों को भीषण गर्मी से निजात दिलाने के लिए जिला जेल में मटके 14 वाटर कूलर और 250 पंखे लगाए गए हैं। इस दौरान सर्किट हाउस में कारागार राज्यमंत्री की समीक्षा मीटिंग में डिप्टी जेलर केपी सिंह, डिप्टी जेलर सेंट्रल जेल एमके सिंह, जिला जेल अधीक्षक शशिकांत मिश्रा समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

इन सुविधाओं का भी किया जिक्र

- जेल के अन्दर पीसीओ लगाया है।

- दो बैरकों पर एक सबमर्सिबल पंप।

- आटा गूंथने की मशीन भी लगाई है।

- 10 एलईडी टीवी 42 इंच के लगाए।

- सैनेटरी नेपकिन की मशीन भी लगाई।

संडे को ही उठाया मुद्दा

दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने जिला जेल में मानक से ज्यादा बंदी होने की समस्या संडे के एडिशन में ही उठाई थी। खबर में मानक से ज्यादा बंदी होने के कारण भीषण गर्मी में सोने की व्यवस्था न हो पाने के बिंदु को प्रमुखता से उजागर किया गया। इस बिंदु को भी जिला कारागार मंत्री ने गंभीरता से लिया है।

Posted By: Inextlive