Varanasi : बनारस वालों को खुद पर प्राउड करने का एक और मौका मिल गया है. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के हाल ही में किये गये सर्वे में अपने बनारस के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट बाबतपुर को टॉप रैंक दिया है. कंट्री के 52 एयरपोर्ट पर कराये गए सर्वे में सिर्फ भुवनेश्वर एयरपोर्ट ही इसके आसपास है. दोनों को संयुक्त रूप से अव्वल घोषित किया गया हे. सर्वे बताता है कि बाबतपुर एयरपोर्ट पर पैसेंजर फैसिलिटी काफी बेहतर हैं. सिक्योरिटी का इंतजाम टाइट है. दुनिया से जोडऩे के लिए हवाई उड़ाने भी अन्य एयरपोर्ट के अपेक्षा अच्छी हैं. बिल्डिंग स्ट्रक्चर की बात करें तो फिर इसके आगे कोई नहीं ठहरता है.

कुछ खास है कुछ बात है

बाबतपुर एयरपोर्ट को अलग बनाता है इसका बेहद बड़ा कैम्पस। मेन गेट से एंट्री करने के बाद ही इसकी भव्यता का एहसास होता है। ढाई साल पहले हवाई अड्डा के विस्तार के बाद यह रूप सामने आया है। बड़े पार्किंग एरिया में एक साथ पांच सौ गाडिय़ां खड़ी हो सकती हैं। एयरपोर्ट बिल्डिंग में भी काफी स्पेस है। इसमें एक समय में आठ सौ से ज्यादा पैसेंजर्स को एक साथ हैंडल किया जा सकता है। बिल्डिंग का आर्किटेक्ट जितना खूबसूरत बाहर से नजर आता है उतना ही सुंदर अंदर से भी है। अल्ट्रा मॉर्डन एसी, पैसेंजर्स के बैठने के लिए बने वेटिंग एरिया, एयरलाइंस के काउंटर्स, शॉप्स, सिक्योरिटी चेक एरिया, सबकुछ इस तरह से वेल मेंटेंड हैं कि लगता है इससे बेटर प्लेस उनके लिए हो ही नहीं सकता। बिल्डिंग के अंदर और बाहर ग्रीनरी, उसका इंटीरियर डेकोरेशन भी लोग का दिल जीत लेती है. 

इतनी खूबियां एक साथ

बाबतपुर एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले जहाज सिर्फ देश नहीं दुनिया को जोड़ रहे हैं। पीक सीजन में यहां से डेली 40 उड़ाने हैं। डोमेस्टिक के साथ छह इंटरनेशनल फ्लाइट्स इसे दुनिया से जोड़ती हैं। एयर इंडिया, स्पाइस जेट, जेट एयरवेज, मिहिन एयरलाइंस, थाई एयरवेज के प्लेन आते-जाते हैं। इतनी अधिक उड़ानें और देश-दुनिया के जुड़ाव का नतीजा है कि पीक सीजन में पर मंथ एक लाख पैसेंजर्स बाबतपुर एयरपोर्ट से गुजरते हैं। ऑफ सीजन में भी इनकी संख्या 40 हजार से ऊपर होती है।

देख रही है दुनिया 

बाबतपुर एयरपोर्ट कुछ ऐसी पोजीशन में स्टेबलिश्ड है कि दुनिया भर के लोग यहां आसानी आ और जा सकते हैं। रीलिजियस और टूरिस्ट प्लेस होने की वजह से टूरिस्ट का काफी मूवमेंट होता है। बनारस से काठमांडू तक जाने वाली एयर इंडिया और थाई एयरवेज की हर उड़ान पीक सीजन में फुल रहती है। मिहिन एयरलाइंस की बनारस-कोलम्बो (श्रीलंका) फ्लाइट में जल्दी जगह नहीं मिलती है। बनारस-बैंकाक की थाई एयरवेज की उड़ान में तो लम्बी वेटिंग रहती है। अब तो शारजाह की उड़ान भी बनारस से शुरू हो गयी है। शुरुआत के कुछ दिनों में इसमें सीटें खाली थी लेकिन अब जगह नहीं मिलती है। डोमेस्टिक फ्लाइट में बनारस से मुम्बई, दिल्ली, लखनऊ, गया, खजुराहो जाने वाले पैसेंजर्स की संख्या काफी अधिक है. 

और बड़ा होगा कैम्पस

बाबतपुर एयरपोर्ट का कैम्पस आने वाले दिनों में और बड़ा होगा। इसकी तैयारी चल रही है। पहले इसका रनवे 2206 मीटर था। बड़े प्लेन आसानी से लैंड कर सकें इसके लिए न्यू टर्मिनल बनने के साथ रनवे को बढ़ाकर 2745 मीटर किया गया। पहले चार एप्रेन थे जिसमें चार प्लेन खड़े होते थे। अब आठ नए एप्रेन बनाये गए हैं। इनमें बारह प्लेन पार्क किये जा सकते हैं। बाबतपुर एयरपोर्ट पर दो ओवरब्रिज हैं जिससे पैसेंजर आसानी से प्लेन तक पहुंच सकते हैं. 

बेहद टाइट है सिक्योरिटी

पैसेंजर्स की सुविधा के साथ उनकी सिक्योरिटी का भी पूरा इंतजाम यहां है। एयरपोर्ट की सिक्योरिटी सीआईएसएफ के जिम्मे है। उनकी मुस्तैदी इस तरह की है कि कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता। एंट्री गेट पर पहुंचने के साथ ही पैसेंजर्स और उनके लगेज की चेकिंग की जाती है। यह तब तक होती जब सिक्योरिटी परसन श्योर नहीं हो जाते हैं कि पैसेंजर जेनुइन है। तभी तो दुनिया के किसी अन्य एयरपोर्ट पर जाने से डरने वाले पैसेंजर यहां खुद को बिल्कुल सेफ फील करते हैं।

छोटे एयरलाइंस का बनेगा बेस

-बाबतपुर एयरपोर्ट आने वाले समय में और बेहतर होगा।

-इसे छोटे एयरलाइंस का बेस बनाने की तैयारी है।

-आसपास के ऐसे डिस्ट्रिक्ट जहां बड़े प्लेन का जाना पॉसिबल नहीं है वहां से पैसेंजर्स को लाने के लिए ऐसा किया जा रहा।

-बौद्ध सर्किट को डेवलप कर रही मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज्म और सिविल एवीएशन मिनिस्ट्री इस कोशिश में है।

-पूर्वांचल से गल्फ कंट्री में जाने वालों की भी अच्छी तादाद है।

-सऊदी अरब की फ्लाइट्स को बनारस तक लाने की तैयारी भी चल रही है।

 

 परेशानियां भी कम नहीं हैं

 

-एयरपोर्ट के बाहर सिविल पुलिस की सिक्योरिटी पर्याप्त नहीं है।

-यह गलत मंसूबा रखने वाले किसी फिरकापरस्त को मौका दे सकता है।

-एयरपोर्ट के आसपास बिना एयरपोर्ट एथारिटी से एनओसी लिए ऊंची बिल्डिंग और मोबाइल टॉवर खड़े किये जा रहे हैं।

-यह विमानों को टेक ऑफ और लैडिंग के दौरान खतरा पैदा कर सकते हैं।

-आसपास के एरिया में मौजूद मीट-मांस की दुकानों की वजह से आसमान में मंडराने वाले परिंदे भी प्लेन के लिए खतरा हैं।

-टूरिस्ट का मूवमेंट काफी अधिक होने के बाद हाईवे पर न बिजली है न किसी और तरह की फैसिलिटी।

 

 सर्वे में मिला सबसे अधिक पॉइंट

 

-एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने नवबर 2012 से अप्रैल 2013 तक कस्टमर सैटिस्फैक्शन सर्वे कराया था।

-पैसेंजर फैसिलिटी, सिक्योरिटी, फ्लाइट्स, पार्किंग अरेंजमेंट और बिल्डिंग स्ट्रक्चर पांच पॉइंट पर किया गया था सर्वे।

-सर्वे में शामिल किया गया कंट्री के 52 एयरपोट्र्स को।

-बाबतपुर एयरपोर्ट और भुवनेश्वर को पांच में से मिला सबसे अधिक 4.68 पॉइंट. 

-पिछले साल बाबतपुर एयरपोर्ट चौथे नम्बर पर था।

 

Posted By: Inextlive