बांग्‍लादेश के जन्‍म में अहम भूमिका निभाने वाले लेफ्टिनेंट जनरल जेएफआर जैकब का बुधवार को निधन हो गया। उन्‍होंने 1971 में पाकिस्‍तान के साथ हुए युद्ध में मोर्चा संभाला था और भारत की ओर से ढाका में पाकिस्‍तानी सैनिकों के आत्‍मसमर्पण की पूरी प्रक्रिया को अंजाम दिया था। 93 साल के जैकब लंबे समय से बिमार थे। उन्‍होंने आज सुबह दिल्‍ली के आर्मी अस्‍पताल में आखिरी सांस ली।


भारत-पाकिस्तान युद्ध में निभाई अहम भूमिका1971 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में उन्होंने पाकिस्तानी लेफ्टिनेंट जनरल नियाजी को भारतीय सेना के सामने आत्मसमपर्ण करने को मजबूर कर दिया था। इसमें एक शर्त भी थी की पाकिस्तानी सेना न सिर्फ भारतीय सेना के आगे आत्मसमपर्ण करेगी बल्कि बांग्लादेश मुक्ति वाहिनी के सामने भी आत्मसमपर्ण करेगी।बदल गया भूगोल, बांग्लादेश का हुआ जन्म1971 की जंग ने भारतीय उपमहाद्वीप का भूगोल ही बदल कर रख दिया। युद्ध में पाकिस्तान की जबरदस्त हार हुई और बांग्लादेश का जन्म हुआ था। यह पाकिस्तान का हिस्सा था और पूर्वी पाकिस्तान के नाम से जाना जाता था। इस जंग में करीब 93 हजार पाकिस्तानी सैनिकों ने भारत के आगे घुटने टेके थे। इस युद्ध पर जैकब ने एक किताब भी लिखी थी जिसका नाम 'सरेंडर एट ढाका, एक देश का जन्म' है।

Posted By: Satyendra Kumar Singh