- गैस डीबीटी स्कीम स्टार्ट करने की कवायद एक बार फिर शुरू

- जनवरी 2015 से कंज्यूमर्स के बैंक अकाउंट नंबर किए जाएंगे लिंक

गैस डीबीटी स्कीम स्टार्ट करने की कवायद एक बार फिर शुरू

- जनवरी ख्0क्भ् से कंज्यूमर्स के बैंक अकाउंट नंबर किए जाएंगे लिंक

BAREILLY: BAREILLY: एलपीजी गैस सब्सिडी का पैसा डायरेक्ट कंज्यूमर्स के अकाउंट में पहुंच सके, इसके लिए एलपीजी कंपनियों ने एक बार फिर कवायद तेज कर दी है। कंज्यूमर्स के अकाउंट्स को आधार नंबर से जोड़ने की प्रक्रिया अधर में लटकने के बाद अब नए सिरे से डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) स्कीम शुरू करने की तैयारी चल रही है। बता दें कि गवर्नमेंट ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत अपनी ये महत्वाकांक्षी योजना ख्0क्फ् में स्टार्ट की थी। अक्टूबर ख्0क्फ् तक योजना शुरू हो जानी थी मगर आधार नंबर से लिंक नहीं हो पाने के कारण डीबीटी योजना बीच में ही लटक गई थी।

बैंक अकाउंट से लिंक

गैस एजेंसियों का कहना है कि मैक्सिमम लोगों के आधार कार्ड नहीं बन पाने के कारण डीबीटी योजना बीच में ड्रॉप कर दी गई थी। मगर पिछले दिनों इंडेन, भारत और एचपी तीनों एलपीजी कंपनियों की मीटिंग हुई थी। मीटिंग में एजेंसी ओनर्स भी शामिल थे। इसमें डीबीटी स्कीम को जल्द स्टार्ट करने का निर्णय लिया गया है। कंज्यूमर्स के बैंक अकाउंट नंबर को एलपीजी कंपनियों की साइट से लिंक किया जाएगा। इसके लिए आधार कार्ड होना जरूरी नहीं है।

क् अप्रैल से शुरू

एजेंसियों की मानें तो शहर में डीबीटी स्कीम एक अप्रैल ख्0क्भ् से स्टार्ट कर दी जाएगी। जनवरी ख्0क्भ् से कंज्यूमर्स के बैंक अकाउंट नंबर को लिंक किए जाने का काम होगा। डीबीटी का लाभ पाने के लिए जिन कंज्यूमर्स के नाम से गैस कनेक्शन है उनका बैंक में अकाउंट होना जरूरी है। शहर में इंडेन, भारत और एचपी की ख्क् एजेंसियों से करीब फ् लाख कंज्यूमर्स जुड़े हुए हैं।

ब्,000 रुपए सीधे अकाउंट में

गवर्नमेंट की योजना है कि गैस पर मिलने वाली सब्सिडी सीधे कंज्यूमर्स के अकाउंट में पहुंचे। इस स्कीम के तहत कंज्यूमर्स के अकाउंट में हर साल करीब ब्,000 रुपये सरकार से सीधे हासिल होंगे। जिन कंज्यूमर्स के अकाउंट लिंक नहीं होंगे, उन्हें इस इस सुविधा से वंचित रहना पड़ सकता है।

इस संबंध में एलपीजी कंपनियों की मीटिंग हुई है। जल्द ही गैस डीबीटी योजना बरेली में लागू की जाएगी। स्कीम का लाभ पाने के लिए कंज्यूमर्स के अकाउंट बैंक में होने आवश्यक है।

-राजेश गुप्ता, प्रोपराइटर, गैस एजेंसी

Posted By: Inextlive