- क्राइम ब्रांच ने बरेली कॉलेज में प्राइवेट स्टूडेंट्स की रजिस्ट्रेशन की संख्या और फीस के रिकॉर्ड कब्जे में लिए

- लाखों रुपए के गोलमाल के हैं आरोप, अकाउंट की डिटेल चेक करेगी क्राइम ब्रांच

बरेली। बरेली कॉलेज में फाइनेंसियल इरेग्यलेरटीज की जांच क्राइम ब्रांच ने तेज कर दी है। सैटरडे को क्राइम ब्रांच की टीम ने बरेली कॉलेज से वर्ष 2016-17 और वर्ष 2017-18 के प्राइवेट स्टूडेंट्स के रजिस्ट्रेशन की संख्या और फीस के रिकॉर्ड को अपने कब्जे में ले लिया। प्राइवेट स्टूडेंट्स की यह संख्या 95 हजार से अधिक बताई गई है। क्राइम ब्रांच अब इस रिकॉर्ड का कॉलेज के बैंक अकाउंट की डिटेल से मिलान करेगी। प्राइवेट स्टूडेंट्स के रिकॉर्ड की जांच के बाद रेग्यूलर स्टूडेंट्स के रजिस्ट्रेशन फीस का रिकॉर्ड भी क्राइम ब्रांच लेगी।

इस तरह से ली गई रजिस्ट्रेशन फीस

बरेली कॉलेज ने जो रिकॉर्ड क्राइम ब्रांच को दिया है उसके मुताबिक वर्ष 2016-17 में 53,732 स्टूडेंट्स ने एडमिशन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया, जिसमें ग्रेजुएशन के लिए 365 रुपए और पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए 385 रुपए प्रति रजिस्ट्रेशन लिए गए। यह फीस यूनिवर्सिटी की फीस से एक्स्ट्रा ली गई। इसी तरह से वर्ष 2017-18 में 41,305 प्राइवेट स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन किया। इनसे भी ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए अलग-अलग फीस ली गई।

फॉरवर्डिग फीस भी ली जाती है

कॉलेज की ओर से दिखाया गया कि रजिस्ट्रेशन की फीस के अलावा ग्रेजुएशन के स्टूडेंट्स से 40 रुपए और पोस्ट ग्रेजुएशन के स्टूडेंटस से 60 रुपए फॉरवर्डिग फीस ली जाती है। इस फीस को स्टाफ और कर्मचारियों पर खर्च किया जाता है। इसके अलावा 25 रुपए फीस साइकिल स्टैंड की ली जाती है। अब क्राइम ब्रांच कुल रकम और उसके खर्च का हिसाब देख रही है। इससे पहले भी क्राइम ब्रांच बरेली कॉलेज जा चुकी है और प्रिंसिपल से रिकॉर्ड तलब कर चुकी है।

संदेह को लेकर परेशान रहे प्रोफेसर

टीम की इस कार्रवाई से कॉलेज प्रशासन में खलबली मची रही। घोटाले के संदेह में फंसे प्रोफेसर बेचैन रहे। क्राइम ब्रांच ने जो भी दस्तावेज मांगे, कॉलेज प्रशासन सारे काम रोककर उन्हें उपलब्ध कराने में जुटा रहा। बताया जा रहा है कि कॉलेज प्रशासन ने पहले क्राइम ब्रांच को पत्र भेजकर कहा था कि वे मूल फाइलें नहीं दे सकते हैं, क्योंकि सुरक्षा का सवाल है। बाद में अफसरों की सख्ती पर जांच में सहयोग किया गया है।

एक-एक केस की पड़ताल

क्राइम ब्रांच कॉलेज के एक-एक केस की जांच करेगी। टीम के एक अफसर ने बताया कि जांच गहराई से की जाएगी। वे इस केस को सतही रूप से जांचना नहीं चाहते।

कमिश्नर के निर्देश पर मुकदमा

बरेली कॉलेज में घोटाले का मुकदमा कमिश्नर और बीसीबी के बोर्ड ऑफ कंट्रोल के अध्यक्ष रणवीर प्रसाद के निर्देश पर दर्ज हुआ था। उन्होंने एक शिकायत पर कॉलेज की जांच कराई थी। इसमें क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी ने कई मदों में गड़बड़ी पकड़ी थी। पहले यह जांच बारादरी पुलिस को सौंपी गई। बाद में पुलिस के आला अधिकारियों ने क्राइम ब्रांच को जांच सौंप दी।

वर्जन

प्राइवेट स्टूडेंट्स के रजिस्ट्रेशन फीस का रिकॉर्ड लिया है। जल्द ही रेग्यूलर स्टूडेंट्स का रिकॉर्ड भी लिया जाएगा।

एसके कटियार, जांच अधिकारी, क्राइम ब्रांच

Posted By: Inextlive