- पहले अजय सिंह और अब एसी त्रिपाठी ने छोड़ा चीफ प्रोक्टर पद

- पढाने पर फोकस नहीं कर पाने की बात नहीं उतर रही जानकारों के गले

- जोगा सिंह होठी का दौर याद आया,30 वर्ष संभाला था उन्होंने कॉलेज का लां एंड आर्डर

BAREILLY

बरेली कॉलेज में एक बार फिर इमरजेंसी जैसे हालात हो गए हैं। मौजूदा प्राचार्य सोमेश यादव का विवादों से नाता है। चीफ प्रोक्टर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कॉलेज में ब्लैक लिस्टेड गुंडों की खुलेआम एंट्री होने से नाराज छात्र पिछले एक माह में करीब 15 बार विरोध घेराव और हंगामें के अलावा कॉलेज बंद करा चुके हैं। ऐसे में अनुशासन बहाली के लिए किसी दमदार चीफ प्रोक्टर की दरकार है। जोगा सिंह होठी जैसे दौर की दरकार है।

लास्ट सैशन में हुए हंगामे

-कॉलेज मैनेजमेंट द्वारा फर्जी एडमिशन रद्द करने पर छात्र नेताओं का हंगामा।

चीफ प्रोक्टर का इस्तीफ मजबूरी या दहशत?

-फर्जी फॉरवर्डिग फार्म पकड़ने जाने पर छात्र नेताओं ने घेराव किया था।

-बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा लॉ डिपार्टमेंट की सम्बद्धता रिन्यू नहीं करने पर स्टूडेंट्स ने विरोध प्रदर्शन किया है।

-एलएलबी के एग्जाम में नकल पकड़ने जाने पर बीसीबी में हंगामा हुआ था।

जिम्मेदार बच रहे जिम्मेदारी से

लगातार बढती गुंडागर्दी और खुलकर काम न कर पाने की आजादी से आहत होकर एक प्रिसिंपल लंबी छुट्टी चले चले के बाद अब बीसीबी मैनेजमेंट को चीफ प्रॉक्टर प्रो। एसी त्रिपाठी ने इस्तीफा देकर हिला दिया है। हालांकि उन्हें पद छोड़ने का कारण बेहतर शिक्षण कार्य नहीं कर पाना और परिवार की जिम्मेदारियों को बताया है।

जोगा सिंह होठी का दौर याद आया

कॉलेज में बीते दिनों बेपटरी हुई अनुशासन व्यवस्था के बाद मैनेजमेंट को पूर्व चीफ प्रॉक्टर डॉ। जोगा सिंह होठी की याद आने लगी है। 16 साल प्रॉक्टर और फिर 14 साल तक वह चीफ प्रॉक्टर रहे थे। लेकिन उन्होंने कभी पढ़ाने के बीच इसे बाधा नहीं माना। तब इतिहास विभाग के एचओडी होते हुए भी उन्होंने बरेली मंडल के इतिहास पर 14 किताबें लिखी थीं।

प्राचार्य का विवादों से पुराना नाता-

बरेली कॉलेज के मौजूदा प्राचार्य सोमश यादव लगातार विवादों में रहे है.उनकी पकड़ ही कमजोर मानी जा रही है। ़13 वर्ष पहले आरपीसिंह के इलाहबाद जाने पर उन्हें प्रार्चाय बना दिया गया था। तब वरिष्ठ प्रोफेसर पीसी कंबोज कोर्ट चले गए और इन्हें हटना पड़ा। दूसरी बार फिर आरपी सिंह के रिटायर होने पर सोमेश यादव प्राचार्य बने। फिर सीनियरटी का पेच फंसा और उन्हें हटाकर आरबी सिंह को प्रचार्य बनाया गया। आए दिन की राजनीति से परेशान होकर हाल ही में स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर आरबी सिंह ने छुट्टी ले ली तो फिर सोमेश यादव को प्राचार्य बने। 13 साल में सीनियरटी को दरकिनार कर तीन बार प्राचार्य पद हथिया चुके हैं।

पद छोड़ रहे जिम्मेदार-

-प्राचार्य आरबी सिंह लंबी छुट्टी पर गए

-अजय शर्मा को चीफ प्रोक्टर से हटाया गया

- एसी त्रिपाठी ने इस्तीफा दिया

इमरजेंसी जैसे हालात है-

वर्ष 1975 में इमरजेंसी के दौरान बरेली कॉलेज में ऐसा गुंडाराज फैला था कि पुलिस को घोडे दौड़ाने पड़े थे। ऐसे ही हालात पिछले दिनों बने। कॉलेज में सरेआम गुंडई हुई। बाहरी छात्रों के आकर हास्टलर्स से मारपीट का विवाद इतना बढ़ गया था कि इमरजेंसी के बाद यह दूसरी बार था जब कॉलेज आठ दिन के लिए बंद कराया गया।

लिंगदोह कमेटी के मुताबिक चुनाव भी कराएं लेकिन सबसे पहले पठन-पाठन का माहौल बनाने की जरूरत है।

ह्दयेश यादव-

निवर्तमान महामंत्री बरेली कॉलेज छात्रसंघ

वर्जन

होठी सर के समय में जो अनुशासन कॉलेज में रहता था। वह उनके बाद कभी भी नहीं रह सका।

डॉ। सर्वेश भारती, पूर्व स्टूडेंट बीसीबी

--------------------

एक माह रहे चीफ प्रॉक्टर

कॉलेज मैनेजमेंट ने पांच जुलाई को दर्शनशास्त्र के प्रोफेसर एसी त्रिपाठी को कैंपस में अनुशासन बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी। उन्हें चीफ प्रॉक्टर के पद दिया गया। कॉलेज कैंपस की गरिमा बनी रहे, इसलिए चीफ प्रॉक्टर ने प्रॉक्टोरियल बोर्ड में 20 प्रोफेसर्स को शामिल किया। लेकिन पांच अगस्त को प्रोफेसर एसी त्रिपाठी ने अपने पद से इस्तीफा देकर कॉलेज मैनेजमेंट को चौंका दिया। हालांकि इसके पीछे का कारण उन्होंने चीफ प्रॉक्टर के पद के साथ इंसाफ नहीं करना बताया है। उन्होंने बताया कि वह चीफ प्रॉक्टर के पद पर रहते हुए बेहतर शिक्षण कार्य कराने में असहज महसूस कर रहे थे। साथ ही पारिवारिक जिम्मेदारियों को सही से नहीं निभा पा रहे थे। इसलिए उन्होंने अपना पद छोड़ा। ऐसा नहीं है कि चीफ प्रॉक्टर से पद से इस्तीफा देने वाले वह पहले प्रोफेसर हैं। इससे पहले 2012-13 में प्रो। अजय शर्मा ने चीफ प्रॉक्टर के पद की जिम्मेदारी निभाने से इनकार कर दिया था। 2015-16 में प्रिंसिपल डॉ। आरबी सिंह ने भी अपने पद के प्रति जिम्मेदारी निवर्हन करने में कॉलेज मैनेजमेंट के प्रति असमर्थता जताई थी।

Posted By: Inextlive