जेल अधिकारियों ने बदली बदमाशों की बैरक

चार राउंड में कराई जा रही है जेल के मेन गेट पर चेकिंग

Meerut। जिस सुनियोजित ढंग से बीते सोमवार सुबह पूर्वाचल के बदमाश मुन्ना बजरंगी को बागपत जेल में गोलियां बरसाकर सुनील राठी ने मौत के घाट उतारा, उससे मेरठ जेल में बंद बदमाश भी खौफ में आ गए हैं। अधिकतर इनामी बदमाशों ने जेल की बैरकों से निकलना भी बंद कर दिया है। सुरक्षा के मद्देनजर जेल प्रशासन ने इनकी बैरक भी बदल दी हैं। साथ ही पुलिस से वांटेड चल रहे सुशील मूंछ के बेटे मंजीत उर्फ टोनी समेत 12 इनामी बदमाशों की जेल में सुरक्षा भी बढ़ा दी है।

चार राउंड चेकिंग

जेल में बंद बंदियों से मिलाई करने वालो की चार राउंडों में चेकिंग कराई जा रही है। बैरक व जेल में ड्यूटी के लिए आने जाने वाले होमगार्ड व कर्मचारियों की भी सख्ती से चेकिंग कराई जा रही है।

इनकी बदली गई है बैरक

1. सुशील मूंछ का बेटा टोनी

दरअसल, एक लाख के इनामी सुशील मूंछ और सुनील राठी जमीनी विवादों के चलते अब एक-दूसरे के एंटी हैं। हालांकि सुशील मूंछ वांटेड चल रहा है लेकिन उसका बेटा टोनी जो 50 हजार का इनामी है, मेरठ जेल में बंद है। यहां सुनील राठी गैंग के कुछ गुर्गे भी बंद हैं। इसी खतरे के मद्देनजर पुलिस ने टोनी की सुरक्षा बढ़ाने के साथ ही उसकी बैरक भी बदल दी है।

2. लीलू करनावल

करनावल के रहने वाले कुख्यात बदमाश उधम सिंह ने गांव के ही एक परिवार के लोगों की शक के बिना पर हत्या कर दी थी। जिसके बाद उस परिवार के लीलू ने उधम के कुनबे के दो लोगों की हत्या कर उधम सिंह को भी मारने का ऐलान करते हुए कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। लीलू करनावल, पर 15 से ज्यादा मुकदमें चल रहे हैं। उधम सिंह करनावल के कई गुर्गे भी मेरठ जेल में बंद है। जेल अधिकारियों को लग रहा है कि उधम सिंह करनावल के गुर्गे लीलू करनावल की हत्या कर सकते हैं।

3. मुजफ्फरनगर का विपुल उर्फ पूनी

एक लाख के इनामी विपुल का अपना गैंग है। विपुल 16 के करीब हत्या कर चुका है। विपुल की बैरक भी बदली गई है। चूंकि पिछले दिनों मुजफ्फरनगर के कई बदमाश मेरठ जेल में शिफ्ट किए गए हैं, जो विपुल के एंटी गैंग के गुर्गे हैं।

4. ढाई लाख का इनामी हप्पू

मेरठ जेल में बंद ढाई लाख के इनामी हप्पू सिंह और उसके चार गुर्गे बग्गा, आकाश गुर्जर, आयुष व कमल किशोर की बैरक भी बदली गई है। यह सभी बदमाश पुलिस मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार हुए थे। हप्पू सिंह के एंटी गैंग के गुर्गे भी मेरठ जेल में बंद हैं। पुलिस प्रशासन को डर है कि दोनों गुट एक-दूसरे पर हमला न कर दें।

शासन के मिले निर्देश के अनुसार जेल में सिक्योरिटी मजबूत कर दी गई है। अधिकतर बदमाशों की बैरक बदल दी गई है।

डॉ। विधु दत्त पांडेय, वरिष्ठ जेल अधीक्षक

Posted By: Inextlive