-चीफ प्राक्टर ने दोनों गुटों के प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग कर निकाला हल

-मंडे से एलएलबी की 320 सीटों पर होगी काउंसिलिंग, टाइम भी बढ़ सकता है

BAREILLY: बीसीबी में एलएलबी की काउंसिलिंग को लेकर चल रहा विवाद सैटरडे को शांत हो गया। चीफ प्रॉक्टर वंदना शर्मा ने एबीवीपी और सछास के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर इसका हल निकाला है। काउंसलिंग ओपन मेरिट से करायी जाएगी। काउंसलिंग मंडे से होगी और सभी कैटेगरी के छात्रों को एडमिशन के लिए बुलाया गया है। यदि 31 जुलाई तक काउंसलिंग नहीं हो सकी तो फिर यूनिवर्सिटी से समय भी मांगा जा सकता है। वहीं दिन में कई घंटे काउंसलिंग को लेकर दोनों गुट हंगामा करते रहे और कॉलेज में बीसीबी एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से ताला लगाने की बात को लेकर हंगामा भी किया गया। हालांकि सछास का कहना कि जब तक लिखित में कॉलेज प्रशासन नहीं देता है, तब तक विरोध जारी रहेगा।

दोनों गुट कर रहे थ्ो प्रदर्शन

बता दें कि बीसीबी में एलएलबी की हो रही काउंसलिंग का सछास ने विरोध कर दिया था। सछास ने ओपन मेरिट के आधार पर अलग-अलग दिन स्टूडेंट्स बुलाकर एडमिशन कराने की मांग की थी, जिसके प्रिंसिपल ने मान लिया था। दूसरे दिन एबीवीपी ने हंगामा कर दिया था तो पुरानी प्रोसेस से एक साथ ही छात्रों को बुलाकर एडमिशन कराने की मांग रखी थी। दोनों गुट एक दूसरे पर आरक्षण में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए हंगामा कर रहे थे। जिसके चलते फ्राइडे को प्रिंसिपल ने एडीएम सिटी से वार्ता कर काउंसलिंग की बात कही थी।

एडीएम सिटी से की वार्ता

सैटरडे सुबह बीसीबी प्रिंसिपल अजय शर्मा एडीएम सिटी ओपी वर्मा से मिले। उन्होंने कॉलेज में हो रही प्रॉब्लम के बारे में बताया। इस पर एडीएम सिटी ने डीएम से भी बात की और फिर प्रिंसिपल को नियमों के तहत काउंसलिंग कराने के लिए कहा। यूनिवर्सिटी से भी बात करने के लिए कहा। इसके अलावा कहा कि यदि लॉ एंड ऑर्डर की प्रॉब्लम है तो उसे निपटा जाएगा।

दिन भर चला हंगामा

इधर बरेली कॉलेज में दिन भर दोनों गुट हंगामा करने में लगे रहे। यही नहीं सछास के शिव प्रताप ने नियमों के तहत काउंसलिंग न होने पर ट्यूजडे को आत्मदाह तक की धमकी दी और डीएम के नाम पत्र लिख दिया। उन्होंने अपने शीर्ष नेताओं को भी इस बारे में अवगत करा दिया है। विवाद को देखते हुए चीफ प्रॉक्टर वंदना शर्मा ने सछास के शिव प्रताप यादव व एक अन्य और एबीवीपी के राहुल व एक अन्य स्टूडेंट्स के साथ वार्ता की। दोनों की बातें सुनने के बाद बीच का रास्ता निकाला गया। जिसके बाद ओपन मेरिट के आधार पर काउंसिलिंग का फैसला लिया गया।

320 सीटों पर काउंसलिंग

ओपन मेरिट में मंडे को एक साथ सभी स्टूडेंट्स को बुलाया गया है। 320 सीटों पर पहले ओपन मेरिट के आधार पर 160 स्टूडेंट्स को एडमिशन दिया जाएगा। इसमें जो भी मेरिट को क्रॉस करेगा, उसे एडमिशन दिया जाएगा, चाहें वह स्टूडेंट जनरल का हो या फिर ओबीसी, एससी या एसटी का। जब ओपन मेरिट से एडमिशन फुल हो जाएंगे तो फिर ओबीसी और फिर एससी-एसटी में एडमिशन लिए जाएंगे। यदि दो दिन में एडमिशन प्रोसेस पूरी नहीं हुई तो फिर आगे के समय के बारे में सोचा जाएगा।

दोनों छात्र गुटों के प्रतिनिधियों से वार्ता कर काउंसलिंग का हल निकाला गया है। ओपन मेरिट से एडमिशन होंगे। एक साथ सभी स्टूडेंट्स को मंडे काउंसिलिंग के लिए बुलाया गया है।

वंदना शर्मा, चीफ प्रॉक्टर

Posted By: Inextlive