बीसीईसीई एग्जाम में स्टूडेंट्स फिजिक्स में फंसे
-एग्जाम रहा शंातिपूर्ण, सेकेंड स्टेज का एग्जाम 18 मई को
-स्टेट के 70 हजार से अधिक स्टूडेंट्स ने दिया एग्जाम PATNA : बिहार कम्बाइंड एंट्रेंस काम्पीटिटिव एग्जामिनेशन (बीसीईसीई) ख्0क्ब् में बिहार के मेडिकल और इंजीनियरिंग के करीब 70 हजार से अधिक स्टूडेंट्स एग्जाम में बैठे। पटना में इसके ख्ब् सेंर्ट्स बनाए गए थे। जिनमें करीब ख्ब् हजार स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया। सेंटर्स से निकलते ही स्टूडेंट्स आपस में क्वेश्चन को लेकर डिस्कस करते दिखे। इसमें इंजीनियरिंग और मेडिकल के अलग-अलग क्वेशचन थे। बीएन कॉलेज सेंटर पर स्टूडेंट्स कुछ उत्साहित दिखे तो कुछ के चेहरे मायूस। आई नेक्स्ट ने इस सेंटर से निकलते हुए स्टूडेंट्स के एक्सपीरिएंस के बारे में जाना। जिनमें अधिकांश स्टूडेंट्स ने फिजिक्स को टफ बताया, कैमेस्ट्रिी को एवरेज और बायो को इजी कहा। क्8 मई को होगा एग्जामबिहार कम्बाइंड एंट्रेंस काम्पीटिटिव एग्जामिनेशन (बीसीईसीई) ख्0क्ब् में 8भ् पर्सेट बिहार के स्टूडेंट्स और क्भ् पर्सेट एआईपीएमटी यानि ऑल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट से लिए जाएंगे। मेडिकल के लिए अकेले पीएमसीएच में क्भ्0 सीटें हैं। जबकि कुल मिलाकर इसकी 9भ्0 सींटें है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक यह स्टेज का क्वालिफाइंग टेस्ट है। इसमें टोटल म्00 मार्क्स थे। जिसमें हर पोर्शन से भ्0 क्वेश्चंस थे। इसके बाद सेकेंड स्टेज का एग्जाम क्8 मई को होगा। फर्स्ट स्टेज में कुल सीट का चार गुना रिजल्ट आने की उम्मीद है।
मैं अपने एग्जाम से खुश हूं। बॉयो से इकोलॉजी और प्लांट फिज्योलॉजी से क्वेशचन था। जबकि फिजिक्स का क्वेशचन मुझे टफ लगा। इक्वेशन काम्पलेक्स था। पूजा श्री, स्टूडेंट मेरे हिसाब से फिजिक्स में दिक्कत फील हुई। जबकि बॉयो का पार्ट इजी था। टाइम को लेकर कोई प्रॉब्लम नहीं हुई। शामिया, स्टूडेंट सभी क्वेशचन आब्जेक्टिव थे। लेकिन मुझे कुछ पोशर्न में अधिक समय लगा। फिजिक्स थोड़ा टफ था। जबकि बॉयो इजी रहा। प्रिया रानी, स्टूडेंट मेरी बेटी पूजा प्रिया कोटा में मेडिकल की तैयारी की है। अपनी बड़ी बहन से प्रेरणा लेकर वह भी इसमें कदम रख रही है। पेरेंट होने के नाते हमने कभी भी उसकी बात नहीं काटी। आर एस शर्मा, पेरेंट बेटी मेडिकल का एग्जाम दे रही है। उसे खुद पर भरोसा रहा है और उसने कोचिंग आदि का सहारा नहीं लिया। आगे उसकी तैयारी उसे सफलता दिलाएगी। अरूण कुमार, पेरेंट