रांची: राजधानी के गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स की ओर से अब प्रतिदिन के बेड आक्युपेंसी की रिपोर्ट वाट्सअप ग्रुप में जारी की जाएगी. साथ ही अगर निजी अस्पताल में जन्म लेने के बाद बच्चे को तुरंत मां का दूध नहीं मिला तो अस्पताल पर कार्रवाई की जाएगी. डिप्टी कमिश्नर राय महिमापत रे ने स्वास्थ्य और समाज कल्याण की योजनाओं के बारे में जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. इस दौरान डीसी ने कहा कि डिलीवरी कराने वाले हर निजी हॉस्पिटल बच्चे के जन्म के पहले स्तनपान जरूर कराएं.

बनाएं सामंजस्य

डीडीसी दिव्यांशु झा ने स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण विभाग को आपस में सामंजस्य बनाकर कार्य करने का निर्देश दिया. साथ ही सभी बीपीएम को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से लगातार कन्वर्जेन्स मीटिंग करने के निर्देश दिए. उन्होंने कुपोषण उपचार केन्द्र में इलाजरत बच्चों और माताओं की काउंसलिंग भी करने को कहा.

पहले हैंडवाश की दें जानकारी

राजधानी में जहां भी हैंडवाशिंग यूनिट्स लगाई गई हैं, वहां वॉल पेंटिंग कराया जाएगा. सभी विद्यालयों में मिड-डे मील से पूर्व स्टूडेंट्स को हैंडवाशिंग के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया. यह कार्य प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी की देखरेख में किया जाएगा. इलाके में नाइट्रेट के संक्रमण से संबंधित क्षेत्रों में इसके निराकरण के लिए आवश्यक कदम उठाने का डिसीजन लिया गया. ग्राउंड वाटर में नाइट्रेट टेस्टिंग के लिए मेडिकल कैम्प भी लगाया जाएगा.

पोषण मिशन के लिए अब प्लान

पोषण मिशन के लिए ब्लॉक लेवल पर कन्वर्जेन्स प्लान बनाने की भी समीक्षा की गई. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीपीएम और बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को समन्वय स्थापित कर पोषण मिशन को सफल बनाने को कहा गया. सभी 18 प्रखण्डों के बीपीएम को अपने सभी महिला स्वयं सहायता समूहों की बैठकों में गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया गया. एनीमिया प्रेवैंलेंस रिपोर्टिग के दौरान हीमोग्लोबिन टेस्ट की जानकारी दी गई. गंभीर एनीमिया केस के मामलों में सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को विशेष ध्यान देने को कहा गया.

Posted By: Prabhat Gopal Jha